केंद्रीय परिवहन नितिन गडकरी ने सड़क हादसों को बताया कोरोना से भी गंभीर, कहा- सरकार के लिए हर जिंदगी अनमोल

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    nitin gadkari
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    केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश में सड़क हादसों की स्थिति को कोरोना महामारी से भी अधिक गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत से देश को 90 लाख रुपये से अधिक की क्षति होती है।

    केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को सड़क हादसों और भारतीय समाज पर उसके असर से संबंधित विश्व बैंक की एक पुस्तक का विमोचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए हर जिंदगी अनमोल है, चाहें वह समाज के किसी वर्ग से जुड़ी हो। विश्व बैंक की रिपोर्ट को आंख खोलने वाला बताते हुए गडकरी ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है। कोरोना महामारी की तुलना में सड़क हादसों में ज्यादा मौतें हुई हैं। यह कोरोना महामारी से भी ज्यादा खतरनाक है। गडकरी ने कहा कि वाहन निर्माताओं को न्यूनतम कीमत पर वाहनों में सुरक्षा संबंधी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए।

    गौरतलब है कि भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। हर साल होने वाले लगभग 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख लोगों की मौत होती है और 4.5 लाख से ज्यादा जख्मी होते हैं। इससे सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का 3.14 फीसद नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि 70 फीसद हादसे तेज रफ्तार की वजह से होते हैं।

    इससे पहले, पुणे में गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बन जाने से पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यातायात का बोझ कम होगा। पुणे के चांदनी चौक पर निर्माणाधीन बहु-स्तरीय फ्लाइओवर परियोजना की समीक्षा करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में गडकरी ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों, ठेकेदारों और स्थानीय निकायों को निर्देश दिया है कि वे एक साल के भीतर इस काम को पूरा कराएं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर वाहन चालकों को अच्छी सड़कें चाहिए तो उन्हें रोड टैक्स देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 1250 किलोमीटर लंबे और 12 लेन के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बन जाने से पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे के साथ ही पश्चिम की तरफ जाने वाले अन्य हाईवे पर भी ट्रैफिक का भार कम होगा।