नए पी-8आई विमान नौसेना में होंगे शामिल, चीनी युद्धपोतों-पनडुब्बियों पर रखेगा नजर

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भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव को देखते हुए अमेरिका भारत को अपना सबसे बड़ा हथियार देने जा रहा है। हिंद महासागर और अरब सागर में चीन की पनडुब्बियों का नाश करने के लिए अमेरिका, भारत को नए बोइंग पी-8आई निगरानी विमानों का जत्था भारत को सौंपने जा रहा है।

दरअसल, चीन की तरफ से भारतीय सीमा पर हथियारों की तैनाती बढ़ाई जा रही है और साथ ही चीनी युद्धपोतों और पनडुब्बियों की बढ़ती घुसपैठ को रोकने के लिए अमेरिका ने भारत को ये हथियार सौंपा है। यह विमान पहले से भारतीय नौसेना में मौजूद बेड़े में शामिल होंगे।
ये नए पी-8आई विमान नई तकनीकों से लैस होंगे। ये विमान भारत के गोवा में हंसा नेवल बेस पर तैनात किए जाएंगे। जानकारों का कहना है कि इस विमान के भारत में आने के बाद भारत आसानी से चीनी पनडुब्बियों और युद्धपोतों का खात्मा कर सकेगा। भारत के पास पहले से ही आठ पी-8आई विमान मौजूद हैं। 

इस विमान को अमेरिका की कंपनी बोइंग ने तैयार किया है, इस विमान में चालक दल के तीन सदस्य और एक नौसैनिक विशेषज्ञ तैनात किया जाता है। इन विमानों को पनडुब्बी का इस्तेमाल करने के लिए मार्क-54 तारपीडो, मार्क-84 डेप्थ चार्ज और घातक बमों से लैस किया गया है। 

नए पी-8आई विमान में एजीएम-84 हार्पून एंटी शिप मिसाइलें भी तैनात की गई हैं। इस नए विमान में मैगनेटिक अनोमली डिटेक्शन सिस्टम लगा है जो पानी के अंदर छिपी पनडुब्बी का ढूंढ निकालता है। इसके अलावा विमान में कई सारे ऐसे रेडार लगाए हुए हैं, जो लंबी दूरी तक नजर रखने और जासूसी करने में सक्षम है। पी-8आई की रफ्तार 789 किमी प्रतिघंटा है।