सुलझ गया विवाद! पंजाब कांग्रेस चीफ बने रहेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, राहुल से मुलाकात के बाद वापस लिया इस्तीफा

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नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. आज राहुल गांधी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात के बाद सिद्धू ने यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा, ”जो भी शिकायतें थी, वो मैंने राहुल गांधी के साथ शेयर की. वो सब सुलझा ली गई है.” जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया है तो सिद्धू ने कहा कि मैं जो भी कर रहा हूं सब आपके सामने है.

राहुल गांधी के साथ बैठक के दौरान पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहे. हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने (सिद्धू) राहुल गांधी के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया. सिद्धू ने राहुल गांधी को विश्वास दिलाया कि वह इस्तीफा वापस लेंगे. वह पीसीसी अध्यक्ष के रूप में फिर से काम शुरू करेंगे.

सिद्धू ने गुरुवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और हरीश रावत से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने उन मुद्दों से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया, जिनको लेकर उन्होंने पिछले दिनों पद छोड़ा था.

28 सितंबर को इस्तीफे की घोषणा के बाद सिद्धू ने पहली बार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे. उन्होंने पत्र में लिखा था, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है. मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं.’’ कांग्रेस आलाकमान ने अब तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था.

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी के बावजूद कांग्रेस हाईकमान ने इसी साल 18 जुलाई को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया था. हालांकि विवाद नहीं थमा. इसके बाद 18 सितंबर को अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद 20 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. सिद्धू ने चन्नी सरकार के कुछ फैसलों से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया.