डेल्टा वैरिएंट और ओमिक्रोन का कॉकटेल आया सामने, डेल्टाक्रोन नाम रखा गया

382
deltacron
deltacron

कोरोना वायरस के कारण पिछले 2 सालों से दुनिया की रफ्तार थम सी गई है. एक बार फिर जब दुनिया खुलने लगी थी, एक बार फिर जब बाजारों की रौनक लौटने लगी थी, ठीक उसी समय ओमीक्रोन वेरिएंट ने आकर फिर से लॉकडाउन जैसी स्थितियां पैदा कर दीं. दुनियाभर के कई देशों में ओमीक्रोन के कारण कोरोना की नई लहर देखी जा रही है, भारत में भी 200 से ज्यादा दिन बाद कोरोना के प्रतिदिन मामले एक बार फिर डेढ़ लाख के करीब पहुंच चुके हैं. इस बीच एक और डराने वाली खबर यह है कि कथित तौर पर डेल्टा और ओमीक्रोन का मिक्स वेरिएंट सामने आ चुका है. बता दें कि ओमीक्रोन वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है, जबकि डेल्टा अब तक का सबसे घातक कोरोना वेरिएंट था.

ब्लूमबर्ग न्यूज के अनुसार साइप्रस के शोधकर्ताओं ने एक नए वेरिएंट की खोज की है. बताया जा रहा है कि यह वेरिएंट बेहद घातक डेल्टा और बेहद संक्रामक ओमीक्रोन मिश्रण है. साइप्रस यूनिवर्सिटी के बायोलॉजिकल साइंस के प्रोफेसर लियोंडियोस कोस्ट्रिकिस ने इस वेरिएंट को डेल्टाक्रोन नाम दिया है. ब्लूमबर्ग के अनुसार इस वेरिएंट में डेल्टा वेरिएंट जीनोम के अंदर ओमीक्रोन की तरह आनुवंशिक लक्षण पाए गए हैं.

रिपोर्ट के अनुसार प्रोफेसर कोस्ट्रिकिस और उनकी टीम को इस मिक्स वेरिएंट के अब तक 25 मामले मिल चुके हैं. अभी इस स्ट्रेन के बारे में कुछ भी भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी. अभी यह भी नहीं कहा जा सकता है कि इसका आगे क्या प्रभाव पड़ेगा. प्रोफेसर कोस्ट्रिकिस ने कहा, भविष्य में पता चले गा कि क्या यह स्ट्रेन ज्यादा घातक और संक्रामक है या नहीं और यह पूर्व के दो वेरिएंट डेल्टा और ओमीक्रोन के मुकाबले कितना मजबूत साबित होता है. हालांकि, उनका मानना है कि ओमीक्रोन आसानी से डेल्टाक्रोन को ओवरटेक कर लेगा.

शोधकर्ताओं ने वायरस का डाटाबेस रखने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसी GISAID को अपनी यह नई रिसर्च भेज दी है. डेल्टाक्रोन ऐसे समय में सामने आया है, जब ओमीक्रोन पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है. भारत में डेढ़ लाख केस प्रतिदिन सामने आ रहे हैं और अमेरिका में 7 दिन का औसत निकालने पर प्रतिदिन 6 लाख से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.