मायावती ने की अपील, दल से ऊपर उठकर दलितों-ब्राह्मणों-मुस्लिमों की हत्याओं के खिलाफ सभी MLA आवाज उठाएं

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Mayawati

उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने विधानसभा सत्र को लेकर राज्य के पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों से अपील की है सदन में विशेष मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया जाए. मायावती ने शुक्रवार को अपने दो ट्वीट के जरिए यूपी की योगी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन में घेरने के अपील की. मायावती ने लिखा, ‘वैसे तो विकास का मुद्दा सरकार के एजेण्डे से काफी हद तक गायब है, किन्तु महिला उत्पीड़न तथा दलितों, मुस्लिमों व ब्राह्मण समाज आदि की द्वेष की भावना से हो रही हत्यायें व अन्य अत्याचार आदि की अर्थात यूपी में बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर आवाज जरूर उठायें, समय की यह मांग है.’

बता दें कि गुरुवार से विधानसभा के सत्र मॉनसून सत्र की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है. पहले दिन सदन की कार्यवाही दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.

कोविड-19 के प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन के साथ गुरुवार को सदन की बैठक सुबह 11 बजे शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम पुकारा. योगी ने मंत्री रहीं कमल रानी वरूण एवं चेतन चौहान के निधन पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये और दु:खी परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की योगी ने विधायक वीरेन्द्र सिंह सिरोही और पारसनाथ यादव के निधन पर भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानमंडल के सदस्य रह चुके और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे लालजी टंडन के निधन पर भी शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये. मुख्यमंत्री ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय जवानों और कोविड-19 महामारी के दौरान देश और प्रदेश की जनता की जान बचाने के दौरान बीमारी से मरने वाले कोरोना योद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दी.

इसके बाद सपा के शैलेन्द्र यादव, बसपा के लालजी वर्मा और कांग्रेस की आराधना मिश्रा सहित अन्य सभी दलों के नेताओं ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की.

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