सरोजनीनगर थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों ने एक बिल्डर के ठेकेदार को उठाया। हवाला का कारोबार करने का आरोप लगा छह लाख रुपये मांगे। न देने पर हवालात में डालकर रातभर थर्ड डिग्री दी। सोशल मीडिया पर पीड़ित ने वीडियो बनाकर वायरल किया। इसके आधार पर जांच हुई। इसमें दरोगा दिनेश यादव व सिपाही रवि कुमार दोषी पाए गए। रविवार को डीसीपी साउथ ने दोनों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की है।
दरअसल सरोजनीनगर इलाके में अयाज नाम के बिल्डर कंस्ट्रक्शन करवा रहे हैं। उनका पूरा काम सुधीर कुमार मौर्या देखते हैं। सुधीर के मुताबिक, तीन दिन पहले वह गोंडा गए थे। तभी सरोजनीनगर थाने में तैनात सिपाही रवि कुमार व दरोगा दिनेश यादव ने उसको फोन किया। कहा कि तुम और तुम्हारे मालिक हवाला का काम करते हैं। इससे संबंधित ईडी से एक दस्तावेज आया है। तुम लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। तुरंत थाने आकर मिलो। रात करीब दस बजे सुधीर दोनों के पास पहुंचे। आरोप है कि दोनों ने उनको थाने के हवालात में डाल दिया। धमकी दी कि जेल भेज देंगे। मालिक पर भी केस दर्ज करेंगे। अगर बचना है तो मालिक से छह लाख रुपये दिलाओ। विरोध पर सुधीर को दोनों ने जमकर पीटा। सुबह छोड़ दिया। डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने मामले की जांच कराई। शुरुआती जांच में कई आरोप सही पाए गए। एक कॉल रिकॉर्डिंग मिली। इसमें सिपाही 25 हजार रुपये मांगते सुनाई दे रहा है। इन्हीं सभी आधार पर दोनों को डीसीपी साउथ ने निलंबित कर दिया।
ऑनलाइन दी रिश्वत, जबरन थमा रहे थे असलहा
सुधीर ने बताया कि कंस्ट्रक्शन साइट पर सड़क पर गिट्टी, मौंरंग आदि फैल जाती थी। इसे लेकर सिपाही रवि अक्सर आता था। दबाव बनाकर पैसे लेता था। जो भी पैसे दिए वह ऑनलाइन दिए। इस बार उसने बड़ी रकम पार करने की साजिश रची। यही नहीं सुधीर का आरोप है कि जब उसको थर्ड डिग्री दी जा रही थी तो दोनों पुलिसकर्मी जबरन उसको असलहा थमा रहे थे। पुलिसकर्मियों पर धमकाने का भी आरोप लगाया।