लोनी रोड से दिल्ली की सीमा में ट्रैक्टर लेकर घुसे किसान, सिग्नेचर ब्रिज और शास्त्री पार्क यमुना पुल पर भारी फोर्स, खुद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर डटे रहे

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किसान आंदोलन के दौरान  ट्रैक्टर मार्च में हिस्सा लेने पहुंचे करीब 300-400 किसान सोमवार रात उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोनी रोड से जबरन दिल्ली की सीमा में दाखिल हो गए। पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया तो इन्होंने अपने ट्रैक्टर से सीमा पर लगे बैरिकेड तोड़ डाले। हालात को देखकर दिल्ली पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। फौरन बॉर्डर पर फोर्स बुला ली गई। नई दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया।

किसानों को दोबारा भोपुरा की ओर गाजियाबाद की सीमा में भेज दिया गया। देर रात तक खुद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर डटे रहे। पुलिस ने एहतियात के तौर पर सिग्नेचर ब्रिज और शाहदरा यमुना ब्रिज को सील कर दिया। मामले पर दिल्ली पुलिस का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार देर शाम शामली, बागपत, बड़ौत और पश्चिम उत्तर-प्रदेश के बाकी हिस्सों से आए किसान ट्रैक्टर मार्च मे हिस्सा लेने गाजीपुर आ रहे थे। यूपी की सीमा में किसानों को रोकने का प्रयास किया तो इन लोगों ने वहां हंगामा कर कुछ वाहनों को क्षति पहुंचाई। इसके बाद यह दिल्ली की सीमा की ओर बढ़े।

बॉर्डर पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने इनको वापस लोनी-टीला मोड़ से जाने के लिए कहा। लेकिन किसान जिद पर अड़े रहे। काफी देर चली बहस के बाद अचानक किसानों ने अपने ट्रैक्टर से बॉर्डर पर लगे बैरिकेड तोड़ दिए। इसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल होते-होते बचे। किसान लोनी रोड से शाहदरा की ओर बढ़ने लगे तो दिल्ली पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के जवानों ने इनको भोपुरा की ओर मोड़ दिया।

किसानों के दिल्ली आने की खबर मिलते ही उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सभी बॉर्डर को जर्सी बैरियर लगाकर सील कर दिया गया। नई दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों को भी बंद कर दिया। इसकी वजह से शाहदरा और सिग्नेचर ब्रिज पर भारी जाम लग गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि किसानों को भोपुरा भेज दिया गया है। उनसे कहा गया कि वह भोपुरा होते हुए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। देर रात बार्डर पर अफरा-तफरी का माहौल था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर डटे थे।