दुनियाभर में LNG गैस की कीमतों में हुआ जबरदस्त इजाफा, अमेरिका में 193 फीसदी हुई महंगी, कीमतें पहुंची 7 साल के रिकॉर्ड लेवल पर

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पिछले कुछ समय से एलएनजी की कीमतों में तेजी से उछाल आया है. एशिया के बाजारों में तरलीकृत प्राकृतिक गैस की कीमतें रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं. उत्तर पूर्व एशिया में बहुत ज्यादा ठंड पडऩे के कारण जापान, दक्षिण कोरिया और चीन में हाजिर एलएनजी की मांग बढऩे से कीमतों में तेजी आई है.

अमेरिकी गैस की कीमतों में 193 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, वहीं स्पॉट एलएनजी मार्च के निचले स्तर से 650 फीसदी ज्यादा पर है. यहां एलएनजी की कीमतें 7 साल के उच्चतम स्तर को छू रही हैं. 2021 की शुरुआत के साथ कॉर्गो की कमी, परिवहन संबंधी व्यवधान और शिपिंग की रिकॉर्ड दरों और सर्दियों में तापमान कम होने के कारण बाजार को समर्थन मिला है.

एशियाई स्पॉट एलएनजी की कीमत में मार्च के निचले स्तर से 650 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो पिछले कई सालों की तुलना में 15/mmbtu के उच्चतम स्तर पर आ गई है. यह महंगाई कई कारणों हुई है, जिसमें पिछले 6 महीनों में वैश्विक स्तर पर मांग में वृद्धि और वैश्विक एलएनजी भंडारण स्तर में तेजी से गिरावट का शामिल होना है.

यूरोपीय एलएनजी भंडारण अप्रैल 2021 में घटकर 29.8 प्रतिशत हो गया, जो नवंबर 2020 में 92 प्रतिशत था वहीं गैर-यूरोपीय संघ का भंडारण भी नवंबर 2020 में 75 प्रतिशत से घटकर 35 प्रतिशत के स्तर पर आ गया. ज्यादातर, स्पॉट एलएनजी कार्गो एशियाई बाजारों पर केंद्रित है जिसमें 2020 में चीन सबसे बड़ा स्पॉट एलएनजी बाजार बनकर सामने आया है. इसके बाद जापान, भारत, तुर्की और दक्षिण कोरिया का स्थान है.

भारत में पारंपरिक ईंधन पेट्रोल-डीज़ल के दाम भी आसमान छू रहे हैं. ऐसे में अन्य ईंधन विकल्पों को लेकर सरकार भी काफी सतर्क नज़र आ रही है. हाल ही में केंद्रीय सड़क राज्यमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में देश के पहले कमर्शियल तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) प्लांट का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में नितिन गडकरी ने ऊर्जा के क्षेत्र में वैकल्पिक जैव ईंधन के महत्व पर जोर दिया.