भारत में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 8,503 नए केस, 624 लोगों की हुई मौत

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corona update today
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भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 8,503 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही 7,678 लोगों ने पिछले 24 घंटे में कोरोना को मात दी है. कोरोना वायरस से अब तक कुल 3,41,05,066 लोग ठीक हो चुके हैं. मार्च 2020 के बाद अब तक सबसे ज्यादा 98.36% रिकवरी रेट है. सक्रिय मामलों की बात करें तो पूरे देश में 94,943 लोगों का इलाज चल रहा है. कुल कोरोना मामलों के 1 फीसद से भी कम सक्रिय मामले हैं, जो कि अभी 0.27% पर टिका हुआ है. यह मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है.

वहीं डेली पॉजिटिविटी रेट 0.66 फीसदी है जो 2 फीसदी से कम है. ये पिछले 67 दिनों में सबसे कम है. वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.72 फीसद है ये पिछले 26 दिनों में लगातार 1 फीसद से कम है. देश में अब तक 65.32 टेस्ट किए गए.वहीं, पिछले 24 घंटे में 624 मौत दर्ज की गई हैं, इसमें बैकलॉग डाटा भी शामिल है. जिसकी वजह से मौत का आंकड़ा बढ़ा है.वहीं, गुरुवार को कोविड-19 के 9,419 नए मामले सामने आए थे, इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 हो गई थी. इसके अलावा 159 मरीजों की कोरोना की वजह से मौत हुई थी.

ओमीक्रॉन के 23 मामले दर्ज किए गए
बता दें, भारत में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के 23 मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को संसद की एक समिति को सूचित किया है. साथ ही बताया है कि अधिकारी स्थिति की करीबी निगरानी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने समिति को बताया कि ओमीक्रॉन के सबसे अधिक 10 मामले महाराष्ट्र में हैं, इसके बाद राजस्थान में नौ मामलें हैं. उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर ओमीक्रॉन स्वरूप के 2,303 मामले हैं.

तमिलनाडु में विदेश से आए 13 यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि
तमिलनाडु में विदेश से पहुंचे 13 यात्रियों की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है और उनके आरटी-पीसीआर नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण के लिए बेंगलुरु भेजा गया है.वहीं दिल्ली में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55 नए मामले सामने आए और पिछले एक दिन में महामारी से किसी की मौत नहीं हुई. इसके साथ ही संक्रमण की दर 0.09 प्रतिशत दर्ज की गई.
बूस्टर डोज पर की जा रही चर्चा
40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड रोधी टीके की बूस्टर खुराक का समर्थन करने के कुछ ही दिन बाद शनिवार को भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने कहा कि उसकी सिफारिश राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के लिए नहीं थी क्योंकि इसके प्रभाव का आकलन करने के लिए अभी कई और वैज्ञानिक प्रयोगों की जरूरत है.

भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) ने कहा कि उसके पिछले बुलेटिन में बूस्टर खुराक का उल्लेख ‘उच्च जोखिम वाली आबादी में कोविड-19 रोधी टीकों की अतिरिक्त खुराक की संभावित भूमिका के बारे में केवल एक चर्चा थी.