लखीमपुर हिंसा पर राष्ट्रपति से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल, अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की, राहुल बोले – अगर पिता मंत्री है तो निष्पक्ष जांच कैसे होगी

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कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) से मुलाकात की. इसके बाद संवाददाताओं से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित चाहते हैं कि उन्हें इंसाफ मिले. उन्होंने कहा कि जिसने हत्या की है उस व्यक्ति कि पिता हिन्दुस्तान के गृह मंत्री हैं, इसीलिए जब तक वह मंत्री हैं सही न्याय नहीं मिल सकता. राहुल ने कहा कि हमने ये बात राष्ट्रपति को बताई. उन्होंने कहा कि यह एक परिवार की नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की आवाज है. राहुल ने आगे कहा कि अगर पिता मंत्री है तो निष्पक्ष जांच कैसे होगी?

केरल के वायनाड से सांसद ने आगे कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा कि मंत्री को उनके पद से हटाया जाना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के 2 सीटिंग जज के इन्क्वायरी होनी चाहिए. गौरतलब है कि कांग्रेस प्रतिनिधिनंडल इस घटना के तथ्यों से जुड़ा एक ज्ञापन भी राष्ट्रपति को सौंपा. कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे.

26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत करेंगे किसान

वहीं, लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग की है. राकेश टिकैत का कहना है कि जबतक अजय मिश्रा अपने पद पर बने रहेंगे तबतक निष्पक्ष जांच होना संभव नहीं है. वहीं इस्तीफा ना देने पर उन्होंने आंदोलन करने की बात कही है.

लखीमपुर खीरी में राकेश टिकैत ने कहा कि, “अगर केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा नहीं होगा तो यहां से आंदोलन की घोषणा करेंगे. इसको लेकर लखनऊ में बड़ी पंचायत होगी.” लखीमपुर मामले में राकेश टिकैत ने अपनी योजना को लेकर बताया कि हिंसा में मारे गए किसानों के अस्थि कलश देश के हर ज़िले में जाएंगे और लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.

अरदास में किसानों के 5 बड़े फैसले-

15 अक्टूबर प्रधानमंत्री का पूरे देश में पुतला फूंका जाएगा.
18 अक्टूबर में ट्रेनें रोकी जाएंगी.
24 अक्टूबर को अस्थि विसर्जन होगा.
5 मृतक किसानों का शहीदी स्मारक बनाया जाएगा.
26 को लखनऊ में महापंचायत होगी.