क्षितिज प्रसाद के वकील का दावा, एक्स कर्मचारी को NCB ने जबरन करण जौहर का नाम लेने कहा

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दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में हर रोज नए अपडेट्स सामने आ रहे हैं। शनिवार को एक्स-धर्मा असोसिएट क्षितिज प्रसाद (Kshitij Prasad) को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने गिरफ्तार कर लिया। 24 घंटे की पूछताछ के बाद ड्रग्स की लेनदेन में क्षितिज को गिरफ्तार किया गया। इसी क्रम में धर्मा प्रोडक्शन के एक्स एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद की आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी हुई, जिसके बाद उन्हें 3 अक्टूबर तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के रिमांड में भेज दिया गया है।

ऐसे में वकील सतीश मानशिंदे ने NCB की जांच और गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ में हुए बर्ताव पर खूब सवाल उठाएं हैं। उनका कहना है कि क्षितिज के साथ NCB की कस्टडी में बिलकुल भी अच्छा बर्ताव नहीं किया जा रहा है। उसपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि वो कई बॉलीवुड और धर्मा प्रोडक्शन से जुड़े लोगों का नाम इस केस में ले।

ऐसे में क्षितिज प्रसाद के वकील सतीश मानशिंदे ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है, उन्होंने कहा ”कस्टडी में समीर वानखेड़े के अलावा NCB अधिकारी क्षितिज के प्रति विनम्र थे सभी ने क्षितिज को आरामदायक नींद की व्यवस्था प्रदान की। लेकिन अगली सुबह जब क्षितिज के बयान की रिकॉर्डिंग फिर से शुरू हुई, तो क्षितिज को समीर वानखेड़े द्वारा कई अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में स्पष्ट रूप से सूचित किया गया था कि चूंकि वह धर्मा प्रोडक्शंस से जुड़े थे, इस वजह से अगर क्षितिज – करण जौहर, सोमल मिश्रा, राखी, अपूर्व, नीरज या राहिल को फंसा देता और उन सभी पर झूठा आरोप लगाता की उन्होंने ड्रग्स का सेवन किया है। तो वो क्षितिज को छोड़ देने की बात कर रहे थे। अधिकारियों ने क्षितिज पर खूब दबाव डाला लेकिन क्षितिज ने किसी का भी गलत नाम नहीं लिया।”

सतीश ने आगे कहा ”क्षितिज ने जब इस मामले में किसी का भी नाम नहीं लिया तो समीर वानखेड़े ने उन्हें कहा कि वो क्षितिज को सबक सिखाएंगे और उन्हें अपनी कुर्सी के बगल में फर्श पर बैठाएंगे। फिर समीर वानखेड़े ने क्षितिज के चेहरे के पास अपने पैर का जूता रख दिया और और कहा कि क्षितिज की असली औकात ये है। ये घटना कई एनसीबी अधिकारियों की उपस्थिति में हुई है। जहां उन सभी के चहरों पर हंसी थी, इस घटना के बाद क्षितिज को गंभीर रूप से आघात पंहुचा है। इस तरह की 48 घंटे की रिमांड के बाद वो बेहद परेशान और थका हुआ था।”

“समीर वानखेड़े, क्षितिज से कुछ बयानों पर हस्ताक्षर करना चाह रहे हैं, जिसे क्षितिज ने करने से मना कर दिया है। समीर वानखेड़े ने उन्हें सूचित किया कि यदि उन्होंने बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए, तो दबाव बढ़ता रहेगा और उन्हें उनके परिवार या वकील तक पहुंचने नहीं दिया जाएगा लगभग 50 घंटे की पूछताछ, अपमान और पीड़ा के अंत में, क्षितिज अपने वकील या परिवार से बात करने के लिए बेताब है और धमकी भरे बयान पर हस्ताक्षर किए हैं।”