दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर, बोले- जो राजनीतिक दल किसानों का साथ नहीं दे रहे, वह हैं असली गद्दार

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दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब के बाद किसान आंदोलन एक बार फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। पश्चिमी यूपी और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचना शुरू हो गए हैं। वहीं, गाजीपुर बॉर्डर को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। आज मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत होगी।

दिल्ली यूनिवर्सिटी के किसान स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष व डीयू के दिव्यांग छात्र अरविंद यादव ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। अरविंद व्हील चेयर पर किसान आंदोलन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं और तीनों किसान कानून वापसी की मांग को लेकर राष्ट्रपति को पत्र भी लिखा है।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और विधायक राघव चड्ढा आज सिंघु बॉर्डर जाएंगे।

राकेश टिकैत के गांव से सिर पर पानी लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान। यूपी काजमपुर गांव से किसान पानी लेकर आए हैं। उनका कहना है कि हम अपने नेता के साथ हैं। जरूरत पड़ी तो और पानी लाएंगे। वहीं इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि, किसानों को फंसाया गया, लाल किले में जहां एक पक्षी भी नहीं जा सकता वहां आदमी कैसे घुस गए, इसकी जांच होनी चाहिए, जेल जाने के लिए तैयार हूं। उन्होंने ये भी कहा कि, पुलिस से कोई नाराजगी नहीं है। सरकार की साजिश का हम विरोध करेंगे, सरकार के चुने विधायक अपने गुंडों के साथ धरना स्थल पहुंचे और हम किसानों पर हमला किया।