केरल में कोरोना का कहर – सरकार ने किया नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन का किया ऐलान

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देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हुआ है, हालांकि कुछ राज्यों में बढ़ते मामलों ने केंद्र सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. केरल में बीते कई दिनों से 30 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. केरल में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पिनरई विजयन सरकार ने राज्य में कई पाबंदियां लगाने का ऐलान किया है.

केरल में सोमवार से नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार से राज्य में नाइट कर्फ्यू (रात 10 बजे से सुबह 6 बजे) लगाने का फैसला किया गया है.

एक दिन पहले केरल सरकार ने राज्य में रविवार को लगने वाला लॉकडाउन जारी रखने का फैसला किया था. सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि रविवार को लॉकडाउन जारी रहेगा और केवल कुछ गतिविधियों की ही अनुमति होगी.

उधर, केरल में लगातार चौथे दिन शनिवार को कोरोना संक्रमण के 30 हजार से अधिक मामले सामने आए. इसके बाद कुल मामले बढ़कर 39,77,572 हो गए. इसके साथ ही, संक्रमण की दर घटकर 18.67 प्रतिशत रह गई जो 27 अगस्त को 19.22 प्रतिशत थी. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि पिछले एक दिन में राज्य में संक्रमण के 31,265 नए मामले सामने आए तथा महामारी से 153 और लोगों की मौत हो गई. इसके बाद बाद मृतकों की संख्या 20,466 पर पहुंच गई. राज्य में 2,04,896 एक्टिव मरीज हैं.

वहीं, केंद्र ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कोई बड़ी भीड़ एकत्र न हो. साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सक्रियता से कदम उठाने को भी कहा है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने जारी कोविड-19 दिशा-निर्देशों को एक और महीने के लिए 30 सितंबर तक बढ़ाते हुए कहा कि कुछ राज्यों में दिख रहे स्थानीय प्रसार को छोड़कर, वैश्विक महामारी की समूची स्थिति अब राष्ट्रीय स्तर पर काफी हद तक स्थिर दिखती है.

उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे गए एक जैसे पत्रों में कहा कि कुछ जिलों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या और उच्च संक्रमण दर चिंता का विषय बनी हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह आठे बजे तक अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में देश में 46,759 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है.

पत्र में उन्होंने कहा, ‘संबंधित राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों को, अपने जिलों में उच्च संक्रमण दर को देखते हुए, सक्रिय रूप से रोकथाम के उपाय करने चाहिए ताकि मामलों में वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोका जा सके और प्रसार को रोका जा सके।