मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव है। कांग्रेस पार्टी के प्रचार को लेकर सचिन पायलट दो दिन के लिए मध्य प्रदेश में हैं। मंगलवार को सचिन पायलट ने प्रदेश के ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड और मुरैना जिले में चुनावी प्रचार किया। सचिन पायलट के ग्वालियर पहुंचने पर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे मुलाकात की। सिंधिया ने कहा कि मैं उनसे ग्वालियर में मिला और उनका स्वागत किया। ग्वालियर राजघराने के सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में सबका स्वागत करने की परंपरा है, इसलिए उनका (पायलट) यहां स्वागत है। सिंधिया से यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के पक्ष में पायलट के प्रचार करने से उपचुनाव में क्या कोई फर्क पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को प्रचार करने का अधिकार है।
गुर्जर मतदाताओं को लुभाएंगे सचिन पायलट
28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में 16 सीटें ग्वालियर और चंबल इलाके की हैं। इनमें कई सीटें ऐसी हैं जहां गुर्जर मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है। ऐसे में राजस्थान के दिग्गज गुर्जर नेता सचिन पायलट, कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। पार्टी ने इसी लाइन पर सचिन पायलट को सिंधिया के किले में सेंध लगाने के लिए ग्वालियर और प्रभाव वाले क्षेत्र चंबल में चुनाव प्रचार के लिए उतार दिया गया है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सिंधिया के गढ़ में उनके जिगरी दोस्त पायलट किस अंदाज में उन्हें घेरने की कोशिश करेंगे।
बूथ प्रबंधन में जुटी कांग्रेस
वहीं, उपचुनाव नजदीक आता देख अब कांग्रेस बूथ प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेगी। 9361 मतदान केंद्रों के लिए पांच-पांच कार्यकर्ताओं की टीम तैनात होगी। इस प्रकार 46 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता 28 अक्टूबर से बूथ प्रबंधन संभालेंगे। इसमें पार्टी और प्रत्याशी, दोनों के कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम शामिल रहेगी। इस व्यवस्था के सारे सूत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की टीम ने अपने हाथ में रखे हैं।