बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा का बंगाल में TMC का प्रचार करने पहुंचीं जया बच्चन पर पलटवार कहा – ‘प्रजातंत्र है, सबको अधिकार

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समाजवादी पार्टी की सांसद जय बच्‍चन सोमवार को हाईप्रोफाइल टॉलीगंज सीट पर तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचीं जिसके बाद कोलकाता में रोड शो करने पहुंचे बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने उनपर निशाना साधते हुए कहा, ‘प्रजातंत्र है, सबको अधिकार है। उत्तर प्रदेश से वे आती हैं जहां का मैं चुनाव प्रभारी था, वहां तो उनके (जया बच्चन) दर्शन नहीं हुए। उनका यहां भी स्वागत है।’ बता दें कि पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के तहत 6 अप्रैल को वोटिंग है।

वहीं, केंद्रीय मंत्री और विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्‍मीदवार बाबुल सुप्रियो ने भी जया बच्‍चन के चुनाव प्रचार करने पर टिप्‍पणी की है। उन्‍होंने कहा- ‘जया जी को अगर टॉलीगंज से टीएमसी प्रत्‍याशी अरूप विश्वास के बारे में पता होता तो वे किसी भी हालत में उनके लिए प्रचार नहीं करतीं। वह अपनी रैली में तृणमूल को जिताने को वे कहेंगी और बीजेपी के खिलाफ बोलेंगी, लेकिन मेरे खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगी, मैं यकीन के साथ कहता हूं।’

इस बीच, कोलकाता पहुंची जया बच्‍चन ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बंगालियों को धमकाकर कोई भी कभी कामयाब नहीं हुआ है। जानी-मानी अभिनेत्री ने यहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सराहना की और कहा कि वह बंगाल में लोकतंत्र के लिए अकेले लड़ाई लड़ रही हैं। बच्चन ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर पश्चिम बंगाल में तृणमूल के लिए प्रचार करने आई हैं।

जया बच्चन ने कहा, “ममता अत्याचारों के खिलाफ और बंगाल के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए अकेले लड़ रही हैं। उनका पैर टूट गया है, लेकिन वह फिर भी लड़ रही हैं।” बीजेपी पर परोक्ष निशाना साधते हुए बच्चन ने कहा कि बंगालियों को धमकाकर कोई भी कभी कामयाब नहीं हुआ है। बच्चन ने कहा कि बनर्जी की आलोचना करने वालों को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा, “वह बंगाल के लोगों के अधिकारों और सम्मान के लिए लड़ रही हैं। यह महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित राज्य है। जो उनकी आलोचना करते हैं, उनके लिए मैं सिर्फ यह कहना चाहूंगी, शर्म करो, शर्म करो!”

बता दें कि कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव समेत अनेक विपक्षी नेताओं को पत्र लिखकर अपना साथ देने के लिए कहा था। ममता ने कहा था कि लोकतंत्र की हत्‍या होने से बचाने के लिए उन्‍हें सभी नेताओं का साथ चाहिए।