जो बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभालने के बाद पहली बार बुधवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात की।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जिनपिंग से बातचीत के दौरान हांगकांग और शिनजियांग प्रांत में हो रहे मानवाधिकार के हनन को लेकर चिंता भी जताई। व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर यह जानकारी दी।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन के राष्ट्रपति और चीनी जनता को चीनी लूनर न्यू ईयर की शुभकामनाएं दीं। बता दें कि चीन का लूनर न्यू ईयर दुनिया के सबसे रंग-बिरंगे फेस्टिवल में से एक माना जाता है, जिसकी चर्चा दुनियाभर के लोगों के बीच होती है। चीनी नए साल की शुरुआत चांद पर आधारित कैलेंडर के पहले महीने की पहली तारीख से होती है।लूनर न्यू ईयर उत्सव 15 दिनों तक चलने के बाद लालटेन उत्सव के साथ खत्म होता है।
इसके बाद इसके बाद बाइडन और शी जिनपिंग ने दोनों देशों के बीच जारी विवाद को कम करने, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक और सैन्य समेत कई मुद्दों पर वार्ता की।बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति से बात करते हुए चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार और हांगकांग के लोगों के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई को लेकर चिंता जाहिर की।इसके साथ ही चीन की और से लगातार विस्तारवादी नीति को अपनाते हुए ताइवान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर चेतावनी दी।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने शी जिनपिंग से बात करते हुए अमेरिकी लोगों की सुरक्षा, समृद्धि, स्वास्थ्य, जीवन जीने के तरीके की रक्षा और हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपनी प्राथमिकताओं से भी अवगत कराया।
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख चीन के प्रति बेहद सख्त था। उन्होंने अपने कार्यकाल में चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए थे। साथ ही चीन के खिलाफ भारत का खुलकर समर्थन किया था।