जितिन प्रसाद बोलें- किसी व्यक्ति की वजह से या किसी पद के लिए नहीं छोड़ी कांग्रेस

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कांग्रेस का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के एक दिन बाद जितिन प्रसाद ने गुरुवार को अपने इस फैसले के पीछे का कारण बताया। प्रसाद ने कहा कि मैंने कांग्रेस किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए नहीं छोड़ी है बल्कि पार्टी और उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच संपर्क टूट जाने के कारण छोड़ी है।

उल्लेखनीय है कि जितिन प्रसाद ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर काम किया है। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा है। बुधवार को देश की राजनीति में हलचल मचाते हुए वह भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने भाजपा को देश में ‘एकमात्र सच्ची राष्ट्रीय पार्टी’ करार दिया।

‘कांग्रेस में सुधार की भी कोई योजना नहीं’
उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस किसी व्यक्ति के चलते या किसी पद के लिए नहीं छोड़ी। मेरे कांग्रेस छोड़ने का कारण यह था कि पार्टी और लोगों के बीच संपर्क टूट गया था और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी का वोट प्रतिशत कम होता जा रहा है। इसके अलावा पार्टी को फिर से पटरी पर लाने के लिए भी कोई योजना नहीं है।

‘भाजपा एकमात्र संस्थागत राष्ट्रीय पार्टी’
उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने का उनका निर्णय चर्चा और विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। मैं अपने लोगों, अपने राज्य और अपने राष्ट्र की सेवा करना चाहता हूं। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए वह अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सके थे। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में एकमात्र संस्थागत राष्ट्रीय पार्टी है।
भाजपा को मजबूत बनान का काम करेंगे जितिन
अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए प्रसाद ने कहा कि मैं भाजपा को मजबूत करने और अपने राज्य के कल्याण के लिए काम करूंगा। उन्होंने कहा, ‘मैं जो कुछ भी करूंगा, जहां भी रहूंगा, मैं अपने लोगों के लिए, अपने राज्य उत्तर प्रदेश के लिए और अपने देश के लिए काम करूंगा।’

जितिन प्रसाद एक प्रमुख कांग्रेसी नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे हैं जिन्होंने 2000 में पार्टी अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया था। जितिन प्रसाद को ऐसे समय भाजपा में शामिल होने से राजनीतिक रूप से मदद मिल सकती है जब भाजपा विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।

एक समय पर राहुल गांधी का करीबी माने जाने वाला कांग्रेस के युवा नेताओं का समूह कथित तौर पर अपनी पार्टी के वर्तमान हालात को लेकर नाखुश है। इनमें से कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं। बता दें कि तमिलनाडु की नेता खुशबू सुंदर ने भी भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी।