कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के चलते सरकार का बड़ा फैसला- भारत नहीं करेगा कोरोना वैक्सीन के निर्यात का विस्तार, घरेलू मांग पूरी करने पर होगा ध्यान

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    किसान आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया गया है। भारत बंद के आह्वान ने व्यापारियों की चिंता बढ़ाने का काम किया है। क्योंकि एक तरफ कोरोना महामारी व दूसरी तरफ किसान आंदोलन के चलते व्यापार प्रभावित हुआ है। वहीं अब होली का त्योहार भी सिर पर है।

    ऐसे में भारत बंद के दौरान बाजार बंद रहने की स्थिति में व्यापार प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे व्यापारी वर्ग असमंजस में हैं कि वे करें तो क्या करें। उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। ऊपर से त्योहार पर व्यापार बढ़ने की उम्मीद होती है। साथ ही किसान संगठनों का कहना है कि वे व्यापारियों से बातचीत करके भारत बंद को सफल बनाएंगे।

    किसान आंदोलन पिछले करीब तीन माह से भी अधिक समय से चल रहा है। तीन कृषि कानूनों के समर्थन में किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं। जिले की सीमा से लगते ढांसा बॉर्डर व टीकरी बॉर्डर पर धरना चल रहा है। इसलिए दिल्ली से आवागमन भी प्रभावित है। अब किसान आंदोलन के समर्थन में भारत बंद का आह्वान किया गया है। गुलिया खाप तीसा के प्रधान विनोद गुलिया ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 मार्च को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक पूरे देश में बंद रहेगा।

    इसके लिए ढांसा बॉर्डर की टीम व्यापारियों से संपर्क कर रही हैं। इस दौरान व्यापारियों को किसान आंदोलन के बारे समझाया जा रहा है कि देश का किसान बर्बाद होगा तो इसका सीधा असर उनके व्यापार पर पड़ेगा। इसलिए वे इस भारत बंद में समर्थन दें। इधर, व्यापारी वर्ग भी त्योहार के सीजन में भारत बंद को लेकर असमंजस में है।