देश में 75 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई, WHO ने भी भारत के टीकाकरण अभियान को सराहा

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    देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है, हालांकि संभावित तीसरी लहर की आशंका को लेकर तमाम तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं. भारत में फिलहाल कोरोना रोधी तीन वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनमें कोवैक्सिन, कोविशील्ड और रूस की स्पुतनिक v शामिल है. इन सबके बीच भारत ने कोविड रोधी टीके की 75 करोड़ से अधिक खुराकें लगाने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी दी है.

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देर रात तक जब अंतिम रिपोर्ट आएगी तो इस संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. शाम सात बजे तक के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 57 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक लगा दी गई है जबकि 18 करोड़ से ज्यादा लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।

    उसने बताया कि देश में 99 फीसदी स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को कोविड रोधी टीके की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका प्रयास’ के मंत्र के साथ देश का टीकाकरण अभियान नए आयाम हासिल कर रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘बधाई भारत. आज़ादी के 75वें वर्ष में देश ने 75 करोड़ टीकाकरण के आंकड़े को पार कर लिया है.’ उन्होंने साथ में हैशटैग ‘सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन’ और हैशटैग ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ का इस्तेमाल किया है.

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दक्षिणपूर्व एशिया कार्यालय ने भी कोविड रोधी टीकाकरण अभियान में तेजी लाने और 75 करोड़ का आंकड़ा हासिल करने के लिए भारत की सराहना की है. डब्ल्यूएचओ की दक्षिणपूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल ने एक बयान में कहा कि भारत को पहली 10 करोड़ खुराके लगाने में 85 दिन लगे थे लेकिन 65 करोड़ से 75 करोड़ पहुंचने में महज़ 13 दिन लगे.

    अब तक, छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों – सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, दादरा और नगर हवेली, लद्दाख व लक्षद्वीप में सभी वयस्क लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक लगा दी गई है. मांडविया ने कहा कि भारत को 10 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा छूने में 85 दिन लगे थे जबकि 20 करोड़ का आंकड़ा छूने में 45 और दिन तथा 30 करोड़ का आंकड़ा छूने में 29 और दिन लगे.

    देश को 30 करोड़ खुराक से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे तथा फिर छह अगस्त को 50 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार करने में 20 दिन और लगे. देश ने 60 करोड़ का आंकड़ा पार में 19 दिन और लिए तथा 60 करोड़ से 70 करोड़ तक पहुंचने में महज़ 13 दिन लगे जो सात सितंबर को हुआ था.

    कुल मिलाकर सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 18-44 वर्ष आयु समूह में 30 करोड़ से अधिक लोग टीके की पहली खुराक लगवा चुके हैं जबकि 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग दोनों खुराकें लगवा चुके हैं. देश भर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी की गई थी और पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था. अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए टीकाकरण का दूसरा चरण दो फरवरी से शुरू किया गया था.

    तीसरा चरण एक मार्च से शुरू किया गया था जिसमें 60 साल की उम्र से अधिक लोगों और 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के उन लोगों को शामिल किया गया था जो पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं. देश में एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया था। वहीं एक मई से 18 वर्ष से ज्यादा आयु वाले सभी लोगों के लिए टीकाकरण के दरवाजे खोल दिए गए थे.