आईएमए प्रमुख ने कहा- अपने बयान वापस लें रामदेव तो शिकायत वापस लेने पर करेंगे विचार

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डॉ. जयलाल ने कहा कि महामारी और उसके इलाज के साथ आधुनिक चिकित्सा पद्धति को निशाना बनाकर रामदेव वास्तव में सरकार पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे मन में रामदेव के खिलाफ कुछ नहीं है। उनके बयान कोविड टीकाकरण के खिलाफ हैं। हमें लगता है कि उनके बयान लोगों को भ्रम में डाल सकते हैं। यह हमारी सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि उनके समर्थकों की संख्या बहुत ज्यादा है।’

रामदेव की ओर से आधुनिक चिकित्सा और कोविड-19 को लेकर बयान वापस लिए जाने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसे पूरी तरह वापस लेना होगा। डॉ. जयलाल ने कहा कि अगर रामदेव ऐसे बयान पूरी तरह वापस लेते हैं तो आईएमए उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज शिकायतों को तथा उन्हें भेजे गये मानहानि के नोटिस को वापस लेने पर विचार करेगा।

बता दें कि आईएमए ने कुछ दिन पहले रामदेव को आधुनिक चिकित्सा पद्धति और चिकित्सकों के खिलाफ कथित अपमानजनक बयान देने के लिए मानहानि का नोटिस भेजा था। नोटिस में उनसे 15 दिन के अंदर माफी मांगने को कहा गया और ऐसा नहीं करने पर 1,000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति को लेकर कार्रवाई करने को कहा गया।

आईएमए प्रमुख ने कहा कि रामदेव के खिलाफ दिल्ली और अन्य जगहों पर शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि रामदेव को कोरोना वायरस के इलाज में इस्तेमाल कुछ दवाओं पर सवाल खड़ा करने वाले एक बयान को वापस लेना पड़ा था।

विवाद उठने के बाद रामदेव को यह भी कहते सुना गया कि ‘उनका तो बाप भी गिरफ्तार नहीं कर सकता।’ तमिलनाडु में सरकारी कन्याकुमारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्जरी विभाग के प्रमुख जयलाल ने कहा, ‘योगगुरु को अपने अनुयायियों को सलाह देनी चाहिए कि टीका लगवाएं और महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार को सहयोग दें।’