गलवान घाटी में शहीद कर्नल संतोष बाबू ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित, 5 जवानों को वीर चक्र, आतंकी को मार गिराने वाले सूबेदार संजीव कुमार को मिला ‘कीर्ति चक्र’

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राष्ट्रपति भवन में आज रक्षा अलंकरण समारोह में वीर सैनिकों को वीरता मेडल से नवाजा गया. आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गलवान घाटी की हिंसा में वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को वीरता मेडल से नवाजा. इस दौरान लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां और पत्नी को पुरस्कार दिया.

कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर एक आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनकी पत्नी को यह पुरस्कार मिला.

हवलदार के. पलानी को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के अंतर्गत पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया.

बता दें कि महावीर चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है. उनके साथ गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो-लैपर्ड के दौरान चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए पांच अन्य सैनिकों को वीर चक्र दिया गया. सोमवार को हुए अलंकरण समारोह में विंग कमांडर (अब ग्रुप कैप्टन) अभिनंदन सहित अन्य वीर सैनिकों को बहादुरी मेडल से सम्मानित किया गया था.

5 जवानों को ‘वीर चक्र’

नायब सूबेदार नूदूराम सोरेन (16 बिहार)
हवलदार के. पिलानी (81 फील्ड रेजीमेंट)
नायक दीपक कुमार ( आर्मी मेडिकल कोर-16 बिहार)
सिपाही गुरतेज सिंह (3 पंजाब)
हवलदार तेजेंद्र सिंह (3 मीडियम रेजीमेंट)