गृह मंत्री के साथ शाम 7 बजे से किसानों की बैठक, शाह से मिलने जा रहे किसान नेता बोले- बीच का रास्ता नहीं, सिर्फ ‘हां’ या ‘ना’ चाहिए

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नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया था। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच इन मुद्दों के हल के लिए कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी तक इनका कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी मंगलवार को किसानों के साथ मुलाकात करेंगे। 

किसान नेताओं ने कहा है कि जब वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे तो अपनी मांगों पर केवल ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब मांगेंगे। किसान नेता आरएस मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बीच का कोई रास्ता नहीं है। हम आज की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह से केवल हां या नहीं में जवाब देने को कहेंगे।’

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ‘आज शाम सात बजे हमारी गृह मंत्री के साथ बैठक होगी। हम अभी सिंघु बॉर्डर जा रहे हैं और वहां से हम गृह मंत्री के पास जाएंगे।’ जानकारी के अनुसार शाह से किसानों का 13 सदस्यीय दल मुलाकात करेगा। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार किसानों को मिलने के लिए बुलाया है।

किसान नेता आरएस मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार ‘भारत बंद’ के सामने झुक गई है। एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ‘भारत बंद’ सफल रहा और केंद्र सरकार को अब पता है कि उसके पास कोई रास्ता नहीं है। स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 राज्यों में करीब 10,000 जगहों पर बंद आहूत किया गया।

किसान नेताओं ने कहा कि प्रदर्शनकारी बुराड़ी के मैदान नहीं जाएंगे क्योंकि यह एक ‘खुली जेल’ है। उन्होंने रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति देने की मांग की। किसान नेताओं ने कहा कि वे दिल्ली और हरियाणा की जनता को परेशान नहीं करना चाहते। बता दें कि बुधवार को किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ छठे दौर की वार्ता होगी।