Farmers Protest Updates: मांगें पूरी होने से पहले सीमा से हटने को तैयार नहीं है किसान, दिल्ली से सटे अधिकतर बॉर्डर सील, आज दोपहर सत्येंद्र जैन जाएंगे सिंघु बॉर्डर

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार नौवें दिन जारी है। गुरुवार को  सात घंटे से ज्यादा चली चौथे दौर की सरकार और किसानों की बातचीत बेनतीजा रही थी। सरकार का कहना है कि एमएसपी रहेगी, उसे छुएंगे तक नहीं, वहीं किसान इस बात पर अड़े हैं कि संसद सत्र बुलाकर कानून रद्द कराए जाएं। अब पांच दिसंबर को फिर से वार्ता होगी। वहीं किसान नेता कुलवंत सिंह संधू का कहना है  कि सरकार ने एमएसपी और मंडी समेत कई प्रस्ताव दिए हैं हम इन पर आज विचार करेंगे।

कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं वो डटे रहेंगे। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हमारे पास 3-4 महीने का राशन है, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, हम हटने वाले नहीं हैं।’

कृषि कानूनों के खिलाफ नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। बिजनौर से आए एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम पंजाब के किसानों के समर्थन में आए हैं, जब तक कानून वापस नहीं होते हम नहीं जाएंगे।’

गाजियाबाद में किसान आंदोलन की वजह से बॉर्डर बंद होने से उत्तर प्रदेश से दिल्ली आ रहे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। एक यात्री ने बताया, ‘मैं बुलंदशहर से आया हूं, मुझे बच्ची का ऑपरेशन कराने एम्स जाना था। मुझे यहां फंसे हुए एक-डेढ़ घंटा हो गया है।’

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर किसान डटे हुए हुए हैं। शुक्रवार सुबह किसान दिल्ली से आने वाली लेन पर पहुंचे और जाम लगा दिया। चंद मिनट बाद खुद ही उस लेन से हटकर दिल्ली जाने वाली लेन पर आ गए। फिलहाल यूपी गेट की ओर वाहनों को नहीं आने दिया जा रहा है। रूट डायवर्ट होने की वजह से जाम की स्थिती बननी शुरू हो गई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

बैठक के बाद किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने बताया, सरकार ने एमएसपी और मंडी सहित कई प्रस्ताव दिए हैं हम इन पर आज विचार करेंगे। वहीं, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति की नेता प्रतिभा शिंदे ने कहा, हमारी तरफ से बातचीत पूरी हो गई है। हमारे नेताओं ने कहा है कि अगर सरकार कोई समाधान नहीं देती तो वे आगे बातचीत में शामिल नहीं होंगे। प्रतिभा महाराष्ट्र और गुजरात के किसानों के संगठन लोक संघर्ष मोर्चा की प्रमुख हैं।