दिल्ली से लखनऊ आ रही शताब्दी एक्सप्रेस की लगेज बोगी में भीषण आग, डेढ़ घंटे में पाया काबू, सभी यात्री सुरक्षित

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लखनऊ-शताब्दी एक्सप्रेस की लगेज बोगी में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है। ट्रेन में आग की घटना से रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। रेल अधिकारियों ने तत्काल ही फायर ब्रिगेड को मौके पर भेजकर आग पर काबू पाया। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

घटना शनिवार सुबह 6.41 बजे करीब की है। नई दिल्ली से लखनऊ जा रही 02004 शताब्दी एक्सप्रेस स्पेशल अपने निर्धारित समय से चल रही थी। ट्रेन जब सुबह गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो अचानक ट्रेन की लगेज बोगी से धुआं उठने लगा। तत्काल ही गाजियाबाद के स्टेशन अधीक्षक को घटना से अवगत कराया। 

इसके साथ ही पीछे आ रहीं अन्य ट्रेनों को भी पिछले स्टेशनों पर रोक दिया। ट्रेन के रुकने के साथ ही मौके पर पहुंची दमकल विभाग के कर्मचारियों ने लगभग दो घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। रेल अधिकारियों ने आशंका जताई है कि लगेज बोगी में बाइक की वजह से आग लगी है। 

मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि सुबह सात बजे सूचना मिली कि शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगी है। तत्काल 6 गाड़िया मौके पर भेजी गई। आग ट्रेन के सबसे पिछली बोगी जनरेटर व लगेज यान में लगी थी।

तत्काल बोगी को ट्रेन के अन्य हिस्से से अलग करके आग बुझाने की काम शुरू किया गया। आग से दोनों दरवाजे खुले नहीं रहे थे। उन्हें तोड़कर आग पर काबू पा लिया गया है। गनीमत यह रही कि आग लगने की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।

इससे पहले 13 मार्च को भी दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने की घटना हुई थी। हरिद्वार-देहरादून रेल खंड में जंगल के बीच 13 मार्च को दोपहर में दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (02017) के कोच सी-5 में आग लग गई थी। आग लगने की घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया था। इस दौरान किसी ने चेन खींचकर ट्रेन रोक दिया। सूचना पर पहुंचे रेलवे स्टाफ और वनकर्मियों ने कोच को ट्रेन से अलग किया।

जब तक फायर ब्रिगेड के छह वाहन कोच में लगी आग बुझा पाते, इस कोच में सवार यात्रियों का सारा सामान राख हो गया। इस कोच में 35 यात्री सवार थे। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाद में इस ट्रेन के सभी यात्रियों को रेलवे ने शुरुआती बोगियों में समायोजित कर देहरादून पहुंचाया।

बताया गया कि लोको पायलट ने आग बढ़ने से पहले ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन जंगल के बीच में ही रोक दी। तत्काल कोच सी-5 को खाली कराया गया। इसके साथ ही कोच को ट्रेन से अलग कर अन्य कोचों को सुरक्षित बचा लिया गया।