कोरोना से स्थिति भयावह: पुणे के अस्पतालों में बेड की कमी, ऑक्सीजन लगाकर वेटिंग एरिया में बैठाए जा रहे मरीज

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महाराष्ट्र में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के अधिकतर जिलों में हालात बेकाबू हो रहे हैं। ऐसा ही नजारा पुणे में देखने को मिला। दरअसल, पुणे के पिंपरी इलाके में मौजूद अस्पतालों में बेड की कमी होने की बात सामने आई है। यहां दिक्कत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि मरीजों को ऑक्सीजन लगाकर मजबूरन वेटिंग एरिया में बैठाया जा रहा है और उनका इलाज भी यहीं किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि वह हालात पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहा है। वहीं, ऑक्सीजन वाले सात बेड का अलग से सेटअप बनाया जा रहा है। 

यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, पुणे के यशवंतराव चह्वान मेमोरियल अस्पताल में कुल 400 बेड हैं, जिनमें 55 आईसीयू हैं। मंगलवार (6 अप्रैल) को अस्पताल में सभी बेड फुल हो गए। बता दें कि पुणे में कुल 79 वेंटिलेटर हैं, जो मरीजों की संख्या के हिसाब से नाकाफी साबित हो रहे हैं। 

ऐसे किया जा रहा इलाज
अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कौस्तुभ कहाने ने बताया कि पीसीएमसी (पिंपरी चिंचवड महानगर पालिका) इलाके में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। ऐसे में उन्हें तब तक ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा है, जब तक बेड की व्यवस्था नहीं हो जाती।

उन्होंने बताया कि जैसे ही कोई नया मरीज आ रहा है, बीमारी की गंभीरता के आधार पर उसका इलाज किया जा रहा है। अगर मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत होती है और बेड मौजूद नहीं है तो हमारी कोशिश रहती है कि मरीज को परेशानी न हो। उसे तुरंत ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।

पुणे में ऐसे हैं हालात
बता दें कि कोरोना से पुणे में लगातार हालात बिगड़ रहे हैं। सोमवार को जिले में 8,075 नए कोरोना केस दर्ज किए गए, जिसके बाद कुल संक्रमित लोगों की संख्या 5.8 लाख पहुंच गई। सिर्फ पिंपरी-चिंचवड इलाके में 2,152 सक्रिय मरीज हैं, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 1.53 लाख है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोना की पुणे जिले को कोरोना की नई लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों के रूप में चिह्नित किया है। ऐसे में पुणे प्रशासन ने जिले में शुक्रवार (2 अप्रैल) से नाइट कर्फ्यू लगा दिया। साथ ही, शॉपिंग मॉल्स, धार्मिक स्थल, होटल, बार और सिनेमा हॉल को सात दिन तक बंद रखने के निर्देश दिए थे।