उत्तर प्रदेश में दिसंबर के अंत तक कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हो सकती है. यही वजह है कि सरकार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सभी प्रकार की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं. इसमें संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी शामिल हैं. चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक की ओर से मंगलवार देर रात इस बारे में आदेश जारी किया गया. इसके मुताबिक, दिसंबर के अलावा अगले वर्ष 31 जनवरी तक सभी प्रकार की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
जानकारी के मुताबिक, दिसंबर के अंत या फिर जनवरी में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत प्रदेश में हो जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. वैक्सीनेशन तीन चरणों में होगा. पहले चरण में सरकारी व निजी अस्पतालों के डॉक्टर, नर्सिंग व पैरा मेडिकल स्टाफ को टीका लगाया जाएगा. दूसरे चरण में नगर निगमकर्मी, पुलिस वाले और फ़ौज के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. तीसरे चरण में उन लोगों को टीका लगाया जायेगा जिनकी उम्र 50 ऊपर है और वे गंभीर बिमारियों से ग्रसित हैं.
जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में 4.85 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा. सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए 7.65 लाख हेल्थ केयर और 22.30 लाख फ्रंटलाइन वर्करों की लिस्ट तैयार हो चुकी. कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत कोरोना वारियर्स से की जाएगी.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) यूपी के जीएम (टीकाकरण) डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वांइट तैयार किए गए हैं. अभी तक सरकारी व गैरसरकारी अस्पतालों में पांच लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है. 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए कमरे बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में हम लोग 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं.