विजय रूपाणी के इस्तीफे पर कांग्रेस और AAP का आरोप – ‘बलि का बकरा’ बनाया गया, चड्ढा बोले – गुजरात में भाजपा राज के अंत का संकेत

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Raghav-Chadha

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को दावा किया कि गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले विजय रूपाणी ने भाजपा की विफलताओं की कीमत चुकाई है। उन्हें बलि का बकरा बनाया गया। आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि यह गुजरात में भाजपा के राज के अंत का संकेत है। 

गुजरात कांग्रेस ने कहा कि भगवा पार्टी केवल मुख्यमंत्री को बदलकर अपनी ‘रिमोट-नियंत्रित’ सरकार की विफलता को कवर नहीं कर सकती है। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमित चावड़ा ने कहा, पार्टी ने राज्य सरकार के कुशासन और आपराधिक लापरवाही को छिपाने के लिए विजय रूपाणी  का इस्तीफा ले लिया है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान राज्य में तीन लाख मौतें हुईं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। महंगी शिक्षा के बावजूद युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए भाजपा के पास नेतृत्व बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का ‘रिमोट कंट्रोल’ दिल्ली में रहता है और राज्य भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल के हाथों में है, उन्होंने कहा कि दोनों ‘रिमोट कंट्रोल ऑपरेटर’ विफल रहे हैं।

कांग्रेस के एक अन्य नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री रूपाणी के इस्तीफे से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार चलाने में असफल रही है। असली बदलाव अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव के बाद आएगा जब जनता भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगी।

गुजरात के आप नेता गोपाल इटालिया ने कहा कि रूपाणी के जाने से भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा यह बताने की कोशिश कर रही है कि मुख्यमंत्री बदलने के बाद सरकार की विफलता के कारण लोग जो दर्द झेल रहे हैं, उसे लोग भूल जाएंगे? इस्तीफा पिछले 27 वर्षों के भाजपा के कुशासन की विफलता का प्रतीक है, विजय भाई को बलि का बकरा बनाया गया है।

आप नेता राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि आप ने उत्तराखंड में प्रवेश किया है और वह सत्तारूढ भाजपा का जबर्दस्त विरोध कर रही है। इस कारण भाजपा को अपना सीएम बदलना पड़ा। आप ने सूरत में भाजपा का  वर्चस्व खत्म कर नगर निगम में 27 सीटें जीतीं। राज्य में निष्क्रिय पड़ी कांग्रेस को पीछे छोड़ आप ने विपक्ष में जगह बनाई। इस कारण भाजपा को गुजरात में सीएम को हटाने पर मजबूर होना पड़ा।