केंद्र सरकार शुरू कर रही है नई सुविधा! अब आधार कार्ड की तरह वोटर आईडी कार्ड भी होगा डाउनलोड, आज शुरू होगा ई-इपिक कार्यक्रम

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कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने ज्‍यादातर विभागों के कामकाज को डिजिटल फॉर्मेट में तब्‍दील कर दिया है. इससे लोगों को दफ्तरों के चक्‍कर नहीं लगाने पड़ेंगे और वे कोविड-19 से काफी हद तक बचे रहेंगे. इसी कड़ी में अब देश का हर मतदाता अपना पहचानपत्र ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेगा. इसके लिए केंद्र सरकार इलेक्ट्रिॉनिक मतदाता पहचानपत्र जारी कर रही है. आसान शब्‍दों में समझें तो अब आप आधार कार्ड की ही तरक अपने मतदाता पहचानपत्र को भी ऑनलाइन डाउनलोड कर डिजिटल संस्करण हासिल कर पाएंगे.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद 25 जनवरी 2021 यानी आज मतदाता पहचान पत्र का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण लॉन्च करेंगे. वोटर आईडी कार्ड का ई-वर्जन मोबाइल फोन या पर्सनल कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि इस डिजिटल संस्करण से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. वहीं, इसे डिजिटल लॉकर जैसी सुविधाओं में सुरक्षित रखा जा सकता है. इसके अलावा इस ई-वर्जन का प्रिंट भी निकाला जा सकता है.

चुनाव आयोग ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ई-इपिक कार्यक्रम शुरू करने के साथ ही 5 नए मतदाताओं को डिजिटल निर्वाचन फोटो पहचान पत्र भी देंगे. आयेाग ने कहा कि कार्ड को प्रिंट करने और मतदाता तक पहुंचने में समय लगता है. मतदाता के पास कार्ड तेजी और आसानी से पहुंचाने के लिए ही हमने यह कार्यक्रम शुरू किया है. अभी तक आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल फॉर्मेट में उपलब्ध थे. बता दें कि चुनाव आयोग की वर्षगांठ को मनाने के लिए मतदाता कार्ड का ई-संस्करण लॉन्च किया जा रहा है. भारत के गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले यानी 25 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी.

ई-इपिक के इस्‍तेमाल के लिए खास प्रक्रिया और कुछ नियमों का पालन करना होगा. डिजिटल वोटर कार्ड के लिए मतदाता को अपनी पूरी जानकारी का सत्यापन कराना होगा. मतदाता के मोबाइल नंबर के साथ ई-मेल आईडी की अनिवार्यता भी होगी. प्रक्रिया के तहत जैसे ही मतदाता का मोबाइल नंबर चुनाव आयोग की मतदाता सूची में दर्ज होगा, वैसे ही ऐप के जरिये उसे ई-मेल और फोन पर एक संदेश मिलेगा. इसमें सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए पासवर्ड के तौर पर ओटीपी की सुविधा रहेगी. इसमें दो क्यूआर कोड भी होंगे. इनमें वोटर्स और उनके इलाके की पूरी जानकारी होगी. बता दें कि वोटर आईडी कार्ड की हार्डकॉपी मिलना भी जारी रहेगी.