अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने मार्च से ब्याज दरें बढ़ाने के संकेत दिए हैं। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है और इसमें भारी गिरावट देखने को मिल रही है। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच गुरुवार को एक बार फिर शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ लाल निशान पर खुला। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 990 अंक की फिसलकर 56,868 के स्तर पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी ने 291 की गिरावट के साथ 16,986 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की। फिलहाल, सेंसेक्स 1154 अंक गिरकर कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 319 अंक टूटकर कारोबार कर रहा है।
फेडर रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने मार्च से ब्याज दरें बढ़ाने संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि दरें बढ़ाने से आर्थिक स्थिति पर असर नहीं होगा. इसके अलावा फेड की बैलेंस शीट घटाने की समय सीमा के भी संकेत दिए हैं. फेड फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में तेज गिरावट आई और डाओ जोंस 1000 अंकों से ज्यादा फिस गया.
अमेरिकी बाजारों में गिरावट का असर गुरुवार को एशियाई बाजारों पर दिखा. एशियाई शेयर 14 महीनों से अधिक समय में अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गए, शॉर्ट-टर्म यूएस यील्ड 23 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष द्वारा नीति को लगातार सख्त करने की योजना के संकेत के बाद गुरुवार को डॉलर में मजबूती आई.
निफ्टी के 50 में से 45 शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है जबकि सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में गिरावट हावी है. वहीं बैंक निफ्टी के 12 में से 6 शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. आज के कारोबार में मारुति, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंडसइंड बैंक टॉप गेनर रहे. वहीं टाटा स्टील, टाइटन, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा में गिरावट रही