Bulli Bai Case: बुल्ली बाई ऐप का मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई असम से गिरफ्तार, पुलिस से उगले कई राज

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    Bulli Bai App case mastermind arrested

    कई महीनों से महिलाओं की तस्वीरें बुल्ली बाई एप पर अपलोड कर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और घृणा फैलाने में जुटे मुख्य साजिशकर्ता नीरज बिश्नोई को आखिरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर सेल ने असम के जोरहाट से गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। नीरज ने ही गिटहब पर बुल्ली बाई एप बनाई थी और ट्विटर हैंडल आपरेट कर रहा था। उसे विमान से गुरुवार दोपहर दिल्ली लाया गया और कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।

    गिरफ्तार श्वेता और मयंक रावत आरोपित नीरज के लिए करते थे काम

    डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, नीरज मूल रूप से असम के जोरहाट का रहने वाला है। वह भोपाल स्थित वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान में बीटेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) द्वितीय वर्ष का छात्र है। पुलिस पूछताछ कर पता लगा रही है कि वह ऐसा क्यों कर रहा था। उससे और कितने लोग जुड़े हैं। मुंबई पुलिस द्वारा उत्तराखंड से गिरफ्तार श्वेता और मयंक रावत से भी पूछताछ होगी।

    मल्होत्रा का कहना है कि नीरज ने एप बनाने के बाद उसे प्रोपोगेशन के लिए इंटरनेट मीडिया प्रोपोगेटर को दिया था। नीरज के मोबाइल व लैपटाप से मजबूत सुबूत मिले हैं। उसने जितने भी प्रोफाइल अपलोड किए थे, वे सब लैपटाप में मिल चुके हैं। लैपटाप और मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।

    गिटहब पर एप बनाने के अलावा ट्विटर हैंडल कर रहा था आपरेट

    इस मामले में मुंबई पुलिस ने बीते मंगलवार को ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर से श्वेता नाम की लड़की को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद कोटद्वार स्थित निबू चौड़ सीमा से सटे शिब्बू नगर की राजेंद्र कालोनी में रहने वाले मयंक रावत को बुधवार को गिरफ्तार किया। दोनों नीरज बिश्नोई के लिए इंटरनेट मीडिया पर काम करते थे। मयंक दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र है।

    नीरज को विश्वविद्यालय ने किया निष्कासित

    सीहोर। वेल्लोर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (वीआइटी) विश्वविद्यालय ने गुरुवार को नीरज बिश्नोई को निष्कासित कर दिया। विश्वविद्यालय के सूचना अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में दाखिले के बाद से नीरज कभी संस्थान में नहीं आया। कोरोना संक्रमण के कारण संस्थान ने आनलाइन कक्षाएं व परीक्षाएं आयोजित की थीं। वह उनमें शामिल हुआ था। वह संस्थान के होशियार विद्यार्थियों में शामिल था। प्रवेश परीक्षा में भी अच्छी रैंकिंग थी और उसका वार्षिक परीक्षा परिणाम भी अच्छा रहा है। एएसपी समीर यादव ने बताया कि स्थानीय पुलिस से कोई जानकारी नहीं मांगी गई है।