G7 Summit 2021: PM मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में वर्चुअली लिया हिस्सा, ‘वन अर्थ वन हेल्थ’ का दिया मंत्र, जर्मनी की चांसलर ने किया जोरदार समर्थन

    405

    जी-7 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लेते हुए अपने संबोधन में ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ का मंत्र दिया है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने विशेष रूप से पीएम के इस मंत्र का उल्लेख किया और इसका मजबूत समर्थन दिया। इस समिट में पीएम मोदी ने वर्चुअली हिस्सा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के आमंत्रण पर डिजिटल माध्यम से इस सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं।
    इस समिट में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने ट्रिप्स छूट को लेकर पीएम मोदी के साथ हुई अपनी चर्चाओं का भी उल्लेख किया। समिट के दौरान फ्रेंच राष्ट्रपति ने भारत जैसे वैक्सीन उत्पादकों को कच्चे माल की आपूर्ति का आह्वान किया ताकि पूरी दुनिया के लिए बड़े पैमाने पर वैक्सीन उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके।

    पीएम ने अपने संबोधन में वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार के लिये वैश्विक सामूहिक प्रयास का समर्थन भी किया। प्रधानमंत्री ने WTO में वैक्सीन पेटेंट में छूट के लिये G-7 का समर्थन मांगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करने के बाद ट्वीट कर कहा कि सम्मेलन में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान समर्थन देने वाले देशों को धन्यवाद। उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में ऐसे किसी महामारी से निपटने के वैश्विक प्रयासों का समर्थन करता है। मानवता के लिए ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ हमारा संदेश है।

    बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जून को भी जी-7 समिट के सत्रों में डिजिटल माध्यम से भाग लेंगे। इस बार ब्रिटेन इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है और उसने भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को जी-7 सम्मेलन में आमंत्रित किया है। जी-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और ब्रिटेन के साथ ही यूरोपीय संघ हैं।

    इस बार शिखर सम्मेलन की थीम ‘टिकाऊ सामाजिक-औद्योगिक बहाली’ है। यह दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री जी-7 की बैठक में शामिल हुए हैं। साल 2019 में फ्रांस की अध्यक्षता में हुए जी-7 के शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित किया गया था। इस सम्मेलन के ‘जलवायु जैव विविधता और महासागर और डिजिटल बदलाव’ से जुड़े सत्रों में प्रधानमंत्री ने हिस्सा लिया था।