नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलने वाले राहुल गांधी पर भाजपा ने करारा पलटवार किया है। भाजपा ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता कर फिर से किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश की। देश ने देखा कि राहुल ने किसानों के माध्यम से लोगों को भड़काने का काम किया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पूछा कि जब किसान कह रहे हैं कि उनका किसी पार्टी से सरोकार नहीं है तो राहुल उनके पैरोकार क्यों बन रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं न कहीं किसान बंधुओं के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश की। देश ने देखा है कि पुनः किसानों के माध्यम से कैसे लोगों को भड़काने की कोशिश उन्होंने की है। राहुल ने धमकाया कि कोई पीछे नहीं हटेगा। उनकी बात से साफ जाहिर है कि वह बातचीत में विश्वास नहीं रखते हैं।
संबित पात्रा ने सवाल पूछा कि राहुल जी ये तो किसानों का आंदोलन हैं और किसानों ने कहा है कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई सरोकार नहीं है। फिर आप उनके पैरोकार क्यों बन रहे हैं? कल पंजाब कांग्रेस ने ऐलान किया कि 122 लोग जो 26 जनवरी को हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। उन्हें तुरंत रिहा किया जाए। कांग्रेस का यह भी कहना था कि उन लोगों को वह कानूनी मदद मुहैया कराएगी।
पात्रा ने कहा कि 26 जनवरी को लाल किला पर हुए उपद्रव के मसले पर राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि ये भाजपा के कार्यकर्ता हैं। ऐसे में जब इन हुड़दंगियों की गिरफ्तारी हो रही है तो आप कह रहे हैं कि इनको रिहा कर दीजिए। आपको क्यों इतनी पीड़ा हो रही है। इसका अर्थ है कि ये उपद्रवी आप ही के लोग थे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि क्या किसान दुश्मन हैं? किसान देश की ताकत हैं। इनको मारना, धमकाना सरकार का काम नहीं है। सरकार का काम बातचीत करना और समस्या का समाधान निकालना है। मैं किसानों को बहुत अच्छे से जानता हूं। किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को ही पीछे हटना होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट : राहुल ने पूछा- जो किसान भोजन देते हैं, सरकार उन्हें क्यों धमका रही