Amazon और Future ग्रुप केस में बड़ा मोड़, कोर्ट के बाहर बातचीत के लिए राजी हुए दोनों समूह

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Amazon-Future dispute
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अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच चल रही कानूनी लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है. गुरुवार 3 मार्च को दोनों पक्ष के वकील, कोर्ट से बाहर बातचीत करने के लिए राजी हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को समझौते के लिए 15 मार्च तक का समय दिया है. और इसी खबर के साथ 18 महीने से जारी कानूनी विवाद खत्म होने की राह पर बढ़ चला है. हालांकि, इससे पहले खबरें ऐसी भी थीं कि फ्यूचर ग्रुप, अपने स्टोर्स रिलायंस को ट्रांसफर कर रहा है. और इस बात से नाराज अमेजन अब फ्यूचर रिटेल के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दायर करा सकता है.

2019 में अमेजन और फ्यूचर के बीच समझौता हुआ था जिसके बाद अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप की गिफ्ट वाउचर इकाई में निवेश किया. इसके बाद रिलायंस ने फ्यूचर के कारोबार में दिलचस्पी दिखाई.

क्या है पूरा मामला?
फ्यूचर ने रिलायंस के साथ भी करार कर लिया. लेकिन अमेजन ने अपने करार का हवाला देकर मामला फंसा दिया. अब इसके बाद शुरू हुए कानूनी दांव पेंच जो आज तक जारी हैं. CCI ने 18 दिसंबर 2021 में अमेजन-फ्यूजर डील के लिए मंजूरी को सस्पेंड कर दिया. अमेजन पर 200 करोड़ का जुर्माना लगा दिया. मामला दिल्ली हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में पहुंच गया.

रिलायंस और फ्यूचर के बीच 24 हजार करोड़ से ज्यादा की डील तय हुई है. लेकिन ये सौदा अमेजन को मंजूर नहीं है. यानी कुल जमा बात यही है कि रिटेल बाजार में बढ़त बनाने के लिए अमेजन हर संभव कोशिश कर रही है वहीं, दूसरी ओर फ्यूचर ग्रुप भी रिलायंस के साथ डील पर आगे बढ़ना चाहता है.

अब ताजा खबरों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो 15 मार्च को इस मामले में सुनवाई करेगा. तब तक तीनों पक्ष समझौते की राह निकाल लें. यानी अब जल्द ही ये मामला खत्म हो सकता है. और यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर में किसके हाथ क्या आएगा.

आपको बता दें कि अमेजन डॉट कॉम अपनी भारतीय पार्टनर फ्यूचर रिटेल के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की योजना बना रही है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वह ऐसा कानूनी प्रतिबंधों के बावजूद उसकी बड़ी प्रतिद्वंद्वी रिलायंस को एसेट्स ट्रांसफर करने के लिए कर सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साल से ज्यादा समय से अमेजन और फ्यूचर ग्रुप कानूनी लड़ाई में लगे हैं