गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC पर हमला, आरोपी गिरफ्तार

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Gorakhnath mandir attack

सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर से सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल यहां गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर कल शाम धारदार हथियार से हमला किया गया है. इस हमले में  दो जवान घायल हो गए. हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि शाम सात बजे के करीब धार्मिक नारे लगाते हुए एक आदमी मंदिर परिसर में घुस गया था. गोरखनाथ मंदिर परिसर में ही गोरक्षपीठ के महंत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का आवास भी है.

गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में रविवार शाम हुए हमले को लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा है कि अब तक जो भी दस्तावेज मिले हैं, वे बेहद सनसनीखेज हैं। हमले का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक की जांच के आधार पर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह आतंकी हमला नहीं है। वहीं एसीएस गृह अवनीश अवस्थी ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमला नाकाम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए 5 लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है।

कौन है आरोपी ?

आरोपी का नाम मोहम्मद मुर्तजा बताया जा रहा है. वह गोरखपुर के सिविल लाइंस का ही रहने वाला है. हमलावर केमिकल इंजीनियर है और उसने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की है और वह परिवार के साथ मुंबई में ही रहता था, अक्टूबर 2020 में वह गोरखपुर आकर रहने लगा था. पुलिस ने इसके पास से लैपटॉप, पैन कार्ड और मुंबई की फ्लाइट का टिकट बरामद किया गया है.

कैसी है गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था ?

इस घटना के बाद गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था काफी चाक-चौबंद है. यहा बम निरोधक दस्ता स्थायी तौर पर तैनात है. इसके अलावा सुरक्षा में एक प्लाटून पीएसी बल भी तैनात है. वहीं 875 पुलिस और सुरक्षा के लोग भी तैनात हैं. इनके अलावा मंदिर के गेट पर  गेट पर स्कैनर लगा हुआ है.  जांच के बाद ही यहां प्रवेश मिलता है. सुरक्षा की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. इतना ही नहीं यहा हर समय नौ वाच टावर से निगरानी होती है. हालांकि इनकी संख्या बढ़ाकर 14 की जानी है. वहीं टॉवर पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी आधुनिक असलहों से लैस किया गया है. साथ ही मंदिर परिसर व उसके आसपास 100 सीसी टीवी कैमरे 24 घंटे निगरानी करते हैं.

12 साल बाद गोरखनाथ मंदिर में हुई आपराधिक घटना

गौरतलब है कि 2010 में गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित भीम सरोवर ताल के पास विस्फोट हुआ था हालांकि, जांच के बाद यह पता चला था कि वह दिवाली वाला बम था.

गोरखपुर रहा है आतंकियों के निशाने पर

यहा बता दें कि गोरखपुर आतंकियों के निशाने पर कई बार रहा है. 1993 में मेनका टॉकीज में बम ब्लास्ट हुआ था. उसके बाद  2007 में शहर के सबसे व्यस्त बाजार गोलघर में सीरियल ब्लास्ट हुआ था. इस ब्लास्ट में पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया था