वाजे की गिरफ्तारी पर बढ़ी सियासी हलचल : NIA के एक्शन से भड़के संजय राउत, बोले- ये राज्य सरकार के लिए अच्छे संकेत नहीं

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sanjay raut
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उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर 25 फरवरी को मिली विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। एक तरफ भाजपा ने वाजे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। इसके बाद शिवसेना सांसद संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा है कि इन सभी मामलों की गुप्त जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास सबसे पहले पहुंच रही है, जो सरकार के लिए शुभ संकेत नहीं है। 

सामना में लिखा है कि अंबानी परिवार के घर के बाहर एक संदिग्ध गाड़ी खड़ी रहती है, उस गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की तुरंत संदेहास्पद मौत हो जाती है, विधानसभा में उस पर चार दिन हंगामा होता है। ये सभी रहस्यमय मामले महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा रहे हैं। इन सभी मामलों की गुप्त जानकारी विरोधी नेता फडणवीस के पास सबसे पहले पहुंचती रही। सरकार के लिए ये शुभ संकेत नहीं है। राउत ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए को तब सौंपी गई जब भाजपा ने विधानसभा में इस मामले  को उठाया था। केंद्र सरकार ने इसकी जांच एजेंसी को क्यों सौंपी क्योंकि यह भाजपा के लिए संभव था। भाजपा केंद्र में है। यह महाराष्ट्र जैसे राज्यों पर दबाव बनाने का पैंतरा है।

अंबानी का महत्व
सामना में लिखा है कि मुकेश अंबानी और उनके परिवार की जान देश के लिए कितनी महत्वपूर्ण है? ये देशवासियों को पिछले 15 दिनों में नए ढंग से समझ में आ गया, यह अच्छा ही हुआ। एक दिन सुबह-सुबह एक स्कॉर्पियो गाड़ी अंबानी के आलीशान निवास स्थान के परिसर में खड़ी होती है। इस गाड़ी पर संदेह होने पर पुलिस वहां पहुंचती है। इस गाड़ी से जिलेटिन की 21 छड़ें मिलती हैं। उसके बाद एक आतंकवादी संगठन का धमकी भरा संदेश मिलता है। इस पर कहा गया कि यह अंबानी परिवार को मारने की साजिश है। अगर यह साजिश है, तो किसने की और अंबानी परिवार को मारने की साजिश ‘जैश-उल-हिंद’ क्यों रचेगा?

राउत बोले, मुंबई पुलिस का मनोबल तोड़ा जा रहा
संजय राउत ने कहा, हम एनआई का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी पुलिस भी इस मामले की जांच कर सकती है। मुंबई पुलिस और एटीएस सक्षम हैं, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसियां बार-बार राज्य में आकर मुंबई पुलिस का मनोबल गिराती हैं। यह राज्य को अस्थिर करने, मुंबई पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाती हैं।

राउत बोले, ईमानदार और तेज तर्रार अधिकारी हैं वाजे
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, मेरा मानना है कि सचिन वाजे एक बेहद ईमानदार और तेज तर्रार अधिकारी हैं। उन्हें मनसुख हिरने की संदिग्ध मौत और एंटीलिया के बाहर मिली विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो मामले में गिरफ्तार किया गया है। राउत ने कहा कि इन मामलों की जांच करना मुंबई पुलिस की जिम्मेदारी है। किसी केंद्रीय टीम की जरूरत नहीं थी।

महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता राम कदम ने वाजे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। राम कदम ट्वीट किया, ”आखिरकार सचिन वाजे को एनआईए ने गिरफ्तार कर ही लिया।क्या अब सचिन वाजे को बचाने का कुकर्म करने वाली शिवसेना नेतृत्व सरकार देश से माफी मांगते हुए सचिन वाजे का नार्को टेस्ट करेगी? उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि सचिन वाजे का नार्को टेस्ट कराया जाए, जिससे पता चले कि महाराष्ट्र सरकार उसे बचाना क्यों चाहती थी?”