शिवसेना नेता संजय राउत का केंद्र सरकार पर हमला कहा -जया बच्चन का गुस्सा उनके बच्चों और परिवार पर निकाला जा रहा है

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SANJAY RAUT ATTACK ON CENTRAL

पनामा पेपर्स लीक (Panama Papers Leak) मामले में बच्चन परिवार प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) के राडार पर है. सोमवार को अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) से दिल्ली के ED कार्यालय में छह घंटे तक पूछताछ की गई. इस पर सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने राज्य सभा में केंद्र की मोदी सरकार पर जम कर हमला बोला. इस पूरे मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

संजय राउत ने इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार की कठोर शब्दों में आलोचना की है. ऐश्वर्या राय से पूछताछ पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा कि, ‘जया बच्चन के लिए जो नाराजगी है वो केंद्र सरकार उनके परिवार वालों पर निकाल रही है.’

‘ऐश्वर्या के बाद अब बच्चन परिवार के अन्य सदस्यों को नोटिस भेजा जाएगा’
संजय राउत ने कहा कि, ‘जया बच्चन विपक्षी पार्टियों के साथ खड़ी हैं. उनका साथ दे रही हैं. इससे केंद्र की मोदी सरकार नाराज है. इसी वजह से बच्चन परिवार को ईडी द्वारा नोटिस भेजवाया जा रहा है. ऐश्वर्या के बाद ईडी की ओर से जया बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन और परिवार के अन्य सदस्यों को भी नोटिस भिजवाया जाएगा.’

जया बच्चन राज्य सभा में मोदी सरकार पर भड़कीं
इधर ऐश्वर्या राय से ईडी पूछताछ शुरू थी उधर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन राज्य सभा में केंद्र की मोदी सरकार पर जम कर हमले कर रही थीं. जया बच्चन के बोलने के क्रम में कुछ सत्ताधारी बीजेपी के सदस्यों ने टोकाटोकी की. इससे जया बच्चन और भड़क उठीं. उन्होंने कहा कि, ‘बीजेपी के अब बुरे दिन आने वाले हैं. यह मेरा शाप है.’

आगे जया बच्चन ने कहा कि, ‘आपलोगों की ओर से और क्या अपेक्षा की जा सकती है. आपलोगों को चर्चा होने नहीं देना है. लीजिए हम सबका गला घोंट दें, आप ही सभागृह चलाएं. आप इस सदन के और बाहर बैठे 12 सदस्यों के साथ क्या कर रहे हैं? हमें न्याय चाहिए. लेकिन सत्ताधारियों से इसकी अपेक्षा नहीं की जा सकती.’ इसके अलावा जया बच्चन उप सभापति भुवरेश्वर कालिका पर भी यह कहते हुए कि वे कुछ नहीं सुन रहीं, भड़क उठीं. जया बच्चन इतने गुस्से में थीं कि बोलते हुए उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. जया बच्चन के वक्तव्यों पर सदन में काफी हंगामा हो गया और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.