Happy Birthday Alka Yagnik: पूरी दुनिया को अपनी सादगी और सुरीली आवाज का दीवाना बनाने वाली सिंगर अल्का याग्निक आज अपना 55वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही है, जानिए उनके जीवन से जुड़ी कुछ ख़ास बाते

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पूरी दुनिया को अपनी सादगी और सुरीली आवाज का दीवाना बनाने वाली अल्का याग्निक आज अपना 55वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अल्का का जन्म 20 मार्च, 1966 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था। वह एक गुजराती ​सिंगिंर परिवार से तालुक रखती है। उनकी मां शुभा याग्निक एक बेहतरीन क्लासिकल सिंगर थीं। ‘प्यार की झंकार’ और ‘मेरे अंगने में’ जैसे गानों से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अल्का ने हिंदी सिनेमा को बेहिसाब सुपरहिट गाने दिए है। अल्का याग्निक अपनी प्रोफेशनल लाइफ से कहीं ज्यादा अपनी पर्सनल और शादीशुदा लाइफ को लेकर चर्चा में रही हैं। आज हम अल्का के जन्मदिन पर उनकी लाइफ से जुड़़ी कई सारी बातें शेयर करने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं…

अल्का याग्निक ने महज 6 साल की छोटी सी उम्र से ही संगीत जगत में अपना कदम रखा था। उन्होंने छोटी सी उम्र से ही कोलकाता आकाशवाणी में भजन गाना शुरू कर दिया था। आज अल्का याग्निक जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचाने में उनकी मां का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अल्का के करियर को आगे बढ़ाने के लिए उनकी मां ने खूब प्रयास किए। मुंबई आकर उनकी मां ने राजकपूर को एक खत लिखा, उस खत के बाद जब राजकपूर ने अल्का की आवाज सुनी तो वो काफी प्रभावित हुए और उन्होंने प्यारेलाल से अल्का के लिए बात की।

इसके बाद प्यारेलाल ने उनकी आवाज सुनी और उन्हें तुरंत डबिंग आर्टिस्ट के तौर पर काम करने का प्रस्ताव दे दिया। इसके बाद 14 साल की उम्र में अल्का याग्निक ने फिल्म ‘पायल की झंकार’ का ‘थिरकत अंग लचक झुकी’ गाया। इसके बाद उन्होंने 1981 में फिल्म ‘लावारिस’ का गाना ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ गाया। इस गाने ने उनके करियर को बुलंदियों पर पहुंचा दिया। लेकिन सही मायने में अल्का को फिल्म ‘तेजाब’ के गाने ‘एक दो तीन’ से मिली। इसके बाद अल्का ने कई हिट गाने जैसे ‘ऐ मेरे हमसफर’, ‘अकेले हम अकेले तुम’, ‘गजब का है सोचो जरा’, ‘हम है राही प्यार के’, ‘कुछ कुछ होता है’ दिए। उन्होंने 2 हजार से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए और 16 भाषाओं में गाने गाए।