अखिलेश यादव ने मायावती पर किया पलटवार, लगाए कई बड़े आरोप..

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रामचरितमानस प्रकरण में समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि देश में कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों का ग्रंथ रामचरितमानस किया मनुस्मृति नहीं बल्कि भारतीय संविधान है वहीं अब सपाची अखिलेश ने मायावती के आरोपों का जवाब दिया है हरदोई पहुंचे अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा अरे मेरे पत्रकार साथी बीजेपी की होशियारी यह भी नहीं समझ पाए आप बीजेपी होशियारी पार्टी है वह जो जवाब नहीं देना चाहती कभी कभी दूसरे दलों को आगे करना चाहती है जहां तक सवाल सविधान का है हमने 26 जनवरी को कहा था कि हम समाजवादियों के लिए सबसे बड़ा धर्म अगर कोई है तो हमारा संविधान है।

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दरअसल सपा मुखिया ने आगे कहा हम इस लोकतंत्र की पूजा करते हैं संविधान हमें अधिकार देता है यह बताये संविधान में कहा कहा कि भेदभाव करें हम संविधान में कहां-कहां की धर्म को ऊंचा नीचा दिखाए हमारे डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर राम मनोहर लोहिया ने जो आंदोलन चलाया जो लड़ाई लड़ी क्या उसकी तहत हमें अधिकार मिल रहे हैं बीजेपी वही अधिकार छीन रही है और लोगों को अपमानित कर रही है यह भाजपा के इशारे पर कई दल समय-समय पर बाहर निकल कर आते हैं।