अफगानिस्तान में ब्रिटेन का निकासी अभियान पूरा, निकाले 15000 नागरिक

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ब्रिटेन ने घोषणा की कि उसने अपना अफगानिस्तान में निकासी अभियान पूरा कर लिया है। ब्रिटेन ने पिछले दो हफ्तों में करीब 15000 ब्रिटेन और अफगान नागरिकों को निकाला है। वहीं निकासी अभियान में उतरे सैनिक भी वापस लौट चुके हैं।

इस अभियान में लगभग ब्रिटेन एक हजार सैनिकों, राजनयिक और नागरिक कर्मियों ने साथ काम किया। अफगानिस्तान में ब्रिटेन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टो ने शनिवार को बताया कि ऑपरेशन पिटिंग शुरू होने के बाद से लगभग 15,000 ब्रिटिश नागरिकों, अफगानी कर्मचारियों और अन्य जोखिम वाले लोगों को काबुल से निकाला गया है, अफगानिस्तान के लोगों के लिए हमारी प्रतिबद्धता कायम रहेगी। अब ऑपरेशन के इस चरण को बंद करने का समय आ गया है। 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बयान जारी कर कहा कि देश से ब्रिटिश सैनिकों की आखिरी खेप का निकलना एक ऐसा पल है जो हमें यह दिखाता है कि बीते दो दशकों में हमने क्या बलिदान किया और क्या हासिल किया। इसका अंदाजा नहीं था कि ब्रिटेन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को बाहर निकालेगा।

अमेरिका ने अभी तक इतने लोगों को काबुल से निकाला
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को बताया कि 26 अगस्त की सुबह तीन बजे (स्थानीय समयानुसार) काबुल से लगभग 12,500 लोगों को निकाला गया। 35 अमेरिकी सैन्य विमानों के जरिए करीब 8500 लोगों को निकाला गया और सहयोगी उड़ानों के माध्यम से लगभग 4000 लोग निकाले गए।

व्हाइट हाउस ने बताया कि 14 अगस्त से अमेरिका लगभग एक लाख पांच हजार लोगों को निकाल चुका है या निकालने में मदद कर चुका है। जुलाई अंत तक हम लगभग एक लाख 10 हजार 600 लोगों को दूसरी जगह पहुंचा चुके हैं।

काबुल हमले में तीन ब्रिटिश नागरिकों की भी मौत
गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम धमाकों में मरने वाले 100 से अधिक लोगों में तीन ब्रिटेन के नागरिक भी शामिल थे, इनमें एक बच्चा भी था। यूनाइटेड किंगडम (यूके) के विदेश सचिव डोमिनिक राब ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं दो ब्रिटिश नागरिकों और एक ब्रिटिश बच्चे की मौत की खबर सुन कर बहुत आहत हूं।