एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर ने शुक्रवार को कहा कि वह हाल के तूफान में मुंबई के समुद्र में उसके बार्ज पी-305 डूबने के कारण मृत कर्मचारियों के परिजनों को 35 से 75 लाख रुपये का मुआवजा देगी।
इस सप्ताह आए चक्रवात में कंपनी का जहाज अरब सागर में डूब गया। इसमें कम-से-कम 60 लोगों की मौत हो गयी।
कंपनी का पी-305 जहाज सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नुचेरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के बाम्बे हाई में तेल कुओं के समीप चक्रवात तौकते की चपेट में आकर अरब सागर में डूब गया। इस पर 261 लोग सवार थे। इसमें 60 की मौत हो गई जबकि 15 अभी लापता हैं।
एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रवक्ता ने कहा कि हम उन प्रत्येक कर्मचारी के परिवार को मुआवजा देंगे, जिन्होंने इस त्रासदी में अपनी जान गंवायी। अनुग्रह राशि और बीमा क्षतिपूर्ति के रूप में यह मुआवजा 10 साल तक के वेतन के बराबर होगा। यह राशि न्यूनतम 35 लाख और अधिकतम 75 लाख रुपये तक होगी।
कंपनी के अनुसार भुगतान के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है।
चीफ इंजीनियर की शिकायत पर केस दर्ज
कैप्टन राकेश बल्लव पर बार्ज के चीफ इंजीनियर रहमान शेख ने लापरवाही का आरोप लगाया था, शेख ने आरोप लगाते हुए कहा कि कैप्टन की लापरवाही के चलते सैकड़ों लोगों की जान मुश्किल में आ गई थी। इसमें अभी तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। नेवी के एक अधिकारी ने बताया कि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है,15 लोग लापता हैं। चीफ इंजीनियर के आरोप पर मुंबई के येलो गेट थाना ने राकेश बल्लव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल कप्तान और अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
मौसम विभाग के अलर्ट की अनदेखी
मुंबई के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर विश्वास नांगरे पाटिल ने बताया कि मुख्य अभियंता रहमान शेख के बयान पर कप्तान और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। उन्होंने शिकायत की है कि मौसम विभाग के अलर्ट की अनदेखी कर कप्तान और अन्य लोगों ने बार्ज को सुरक्षित स्थान पर नहीं पहुंचाया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि शेख के मुताबिक अगर मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट को गंभीरता से लिया जाता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता।