पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में बाढ़ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने परोक्ष रूप से केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य के कुछ जिलों में आई बाढ़ की वजह मानव निर्मित है। उन्होंने कहा कि दामोदर घाटी कार्पोरेशन के बांधों से अभूतपूर्व रूप से पानी छोड़ने के कारण यह हालात पैदा हुए हैं। कार्पोरेशन के पंचेट, मायथोन व तेनूघाट बांधों से यह पानी छोड़ा गया। वहीं पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को फोन कर बाढ़ से निपटने में केंद्र से पूरी मदद का भरोसा दिलाया।
उधर, दामोदर घाटी कार्पोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई से तीन जुलाई की शाम तक बांधों से 5.43 लाख क्यूसेक जल छोड़ा गया। इस बीच ममता बनर्जी ने हावड़ा जिले में बाढ़ प्रभावित उदयनारायणपुर का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
पीएमओ ने किया ट्वीट
पीएमओ ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से चर्चा की। उन्हें हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। पीएम ने प्रभावित इलाकों में लोगों की सुरक्षा की कामना की।
कई जिलों में बाढ़, 15 की मौत, तीन लाख लोग विस्थापित
भारी बारिश के चलते पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर आई बाढ़ की वजह से लगभग तीन लाख लोग विस्थापित हुए हैं। बाढ़ व वर्षाजन्य हादसों में 15 लोगों की मौत हो चुकी है। बांधों से पानी छोड़ने के कारण हावड़ा, हुगली, पूर्वी वर्धमान, पश्चिमी वर्धमान, पश्चिमी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं।