चुनाव आयोग ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल समय पर चुनाव चाहते हैं. कुछ राजनीतिक दल ज्यादा रैलियों के खिलाफ हैं. कोरोना के खतरे के बीच चुनाव कैसे कराए जाएं, इसे लेकर चुनाव आयोग राज्य के दौरे पर था. आज दौरे का आखिरी दिन है.
चुनाव आयोग ने इस दौरान राजनीतिक पार्टियों से भी मुलाकात की. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि पार्टियां घनी आबादी वाले इलाकों में बूथ बनाने के खिलाफ हैं. रैलियों में कोविड के नियमों को लेकर हम भी चिंतित हैं. राजनीतिक पार्टियों से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी बात हुई है. चुनाव आयोग ने कहा कि यूपी में इस बार 52 फीसदी नए वोटर हैं. फाइनल लिस्ट 5 जनवरी को आएगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी वोटिंग बूथ पर VVPAT मशीनें लगाई जाएंगी. चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए करीब 1 लाख वोटिंग बूथ पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी.
चुनाव आयोग ने कहा, राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है. अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आंकड़े आएंगे. अंतिम प्रकाशन के बाद भी अगर किसी का नाम ना आए तो वो क्लेम कर सकते हैं. SSR 2022 के अनुसार अबतक 52.8 लाख नए मतदाताओं को शामिल किया गया है. इसमें 23.92 लाख पुरुष और 28.86 लाख महिला मतदाता हैं. 18-19 आयु वर्ग के 19.89 लाख मतदाता हैं.