अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अठावले का बयान कहा- हिंसा से हमारी रिपब्लिकन पार्टी की छवि खराब हो रही

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने बीते दिन कैपिटल हिल में जमकर बवाल मचाया. सैकड़ों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने सीनेट में घुसपैठ की. वहां तोड़फोड़ की और कई दफ्तरों पर कब्जा कर लिया. इस पूरे वाकये के बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में ही नहीं अन्य मुल्कों में भी निशाने पर हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस घटना की निंदा कर चुके हैं तो वहीं अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है.

अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले ने कहा है कि मैं डोनाल्ड ट्रंप से बात करूंगा. उनके कारण हमारी रिपब्लिकन पार्टी की छवि धूमिल हो रही है. नासिक में मीडिया से बात करते हुए रामदास अठावले ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का इन दिनों बर्ताव ठीक नहीं है. इससे हमारी रिपब्लिकन पार्टी की छवि खराब हो रही है.

रामदास अठावले ने आगे कहा कि रिपब्लिकन पार्टी की छवि खराब होना ठीक नहीं है और इसीलिए मैं डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात करूंगा. मैं उन्हें समझाने की कोशिश करूंगा.

क्या है पूरा मामला

गुरुवार को हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया था. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में समर्थकों ने सीनेट में घुसपैठ की, वहां तोड़फोड़ की और कई दफ्तरों पर कब्जा कर लिया. हालांकि, नेशनल गार्ड्स ने वक्त रहते उन्हें बाहर निकाला. इस पूरी हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी. अमेरिका में हुई इस तरह की हिंसा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के बड़े नेताओं ने निंदा की.

ये पूरी घटना तब घटी जब कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी जिसके तहत जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर मुहर की तैयारी थी. हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में मार्च निकाला और कैपिटल हिल पर धावा बोला. यहां डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में बनाए रखने, दोबारा वोटों की गिनती करवाने की मांग की जा रही थी.

हिंसा के बाद निशाने पर डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने पहली बार इस तरह का बवाल नहीं किया. इससे पहले भी ऐसे नजारे देखे जा चुके हैं. लेकिन कैपिटल हिल में घुसकर इस बार हद को पार किया गया. यही कारण रहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस विवाद की निंदा की, साथ ही इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया. जो बाइडेन ने कहा कि ट्रंप को तुरंत देश से माफी मांगनी चाहिए, अपने समर्थकों को समझाना चाहिए.