Tokyo Olympics Day-11: हार के बाद भी मेंस हॉकी टीम के पास मेडल जीतने का मौका, एथलेटिक्स में भी अन्नु-तजिंदर बाहर, भारत को मिली सिर्फ निराशा

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टोक्यो ओलिंपिक्स 2020 (Tokyo Olympics 2020) के 11 दिन हो चुके हैं और इन खेलों में भारत के लिए आज का दिन सबसे ज्यादा निराशाजनक रहा, जहां किसी भी इवेंट में सफलता हाथ नहीं लगी. मंगलवार 3 अगस्त को भारतीय एथलीटों ने एथलेटिक्स के दो इवेंट्स के अलावा हॉकी सेमीफाइनल में मैदान पर अपनी चुनौती पेश की. वहीं कुश्ती में भी भारत की ओर से सबसे पहला दांव युवा पहलवान सोनम मलिक ने चला, लेकिन इन चारों ही मुकाबलों में भारत के हाथ हार आई, जो टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए किसी भी दिन का सबसे खराब प्रदर्शन रहा. इसमें हॉकी में पुरुष टीम की हार ने सबसे ज्यादा दिल तोड़े, जिसे बेल्जियम ने मात दी.

इन ओलिंपिक में भारत के खाते में अभी तक 2 मेडल आए हैं जबकि तीसरे मेडल पर मुहर लगी है. देश के लिए वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिल्वर हासिल किया था, जबकि दिग्गज शटलर पीवी सिंधु ने बैडमिंटन के महिला सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. ये सिंधु का ओलिंपिक खेलों में दूसरा मेडल है. इनके अलावा बॉक्सिंग में भारत की महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने सेमीफाइनल में एंट्री हासिल कर मेडल पक्का किया था. 11 वें दिन भारतीय एथलीटों का हाल कुछ ऐसा रहा-

महिला जेवलिन थ्रो- अन्नु नहीं कर सकीं क्वालिफाई
भारत के लिए दिन की शुरुआत ही अच्छी नहीं रही. पहला इवेंट महिलाओं के जेवलिन थ्रो का क्वालिफिकेशन राउंड था, जहां भारत की ओर से नेशनल रिकॉर्ड रखने वाली अन्नु रानी दावेदारी पेश कर रही थीं. अपने पहले ओलिंपिक में उतर रहीं अन्नु हालांकि, क्वालिफिकेशन की बाधा पार करने में नाकाम रहीं. तीन प्रयासों में वह सबसे ज्यादा 54.04 मीटर दूर तक ही भाला फेंक सकीं, जो उनके नेशनल रिकॉर्ड 63.24 मीटर से लगभग 10 मीटर कम था. वह अपने क्वालिफिकेशन ग्रुप में 15 खिलाड़ियों में से 14वें स्थान पर रहीं.

पुरुष हॉकी सेमीफाइनल- विश्व चैंपियन से हारा भारत
भारत के लिए दिन का सबसे बड़ा मुकाबला था पुरुष हॉकी का सेमीफाइनल, जहां भारत 49 साल बाद अपनी दावेदारी पेश कर रहा था. विश्व नंबर एक टीम बेल्जियम के खिलाफ चुनौती आसान नहीं होने वाली थी लेकिन भारतीय टीम ने पहले 3 क्वार्टर में दमदार खेल दिखाया और मुकाबले को 2-2 से बराबर रखा. फिर आखिरी क्वार्टर में सब बदल गया और बेल्जियम ने 12 मिनट के अंदर कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल करते हुए दबाव बनाया और 3 गोल ठोक कर 5-2 से मैच जीत लिया और फाइनल में अपनी जगह बनाई. बेल्जियम लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचा है, जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा, जिसने जर्मनी को 3-1 से हराया. इस तरह भारत का मुकाबला ब्रॉन्ज मेडल के लिए जर्मनी से होगा.

कुश्ती- पहले राउंड में हारीं सोनम
फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत के अभियान की शुुरुआत 19 साल की युवा पहलवान सोनम मलिक ने की. महिलाओं के 62 किलोग्राम भार वर्ग में सोनम का मुकाबला मंगोलिया की बोलोरतुया से हुआ. सोनम ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की और लंबे समय तक 2-0 की बढ़त हासिल की, लेकिन आखिरी 35 सेकेंड में एशियन गेम्स की सिल्वर मेडलिस्ट ने एक ही दांव में 2 पॉइंट्स हासिल कर मुकाबले को 2-2 से बराबर कर जीत हासिल की. सोनम के पास रेपेचेज के जरिए आगे बढ़ने का मौका था, लेकिन मंगोलियाई पहलवान फाइनल में नहीं पहुंच सकीं और दोनों पहलवानों का सफर खत्म हो गया.

गोला फेंकः तजिंदर तूर क्वालिफिकेशन में बाहर
भारत के लिए दिन का आखिरी इवेंट एथलेटिक्स में शॉट पुट यानी गोला फेंक का था. इसमें भारत की ओर से तजिंदरपाल सिंह तूर थे, जिनके नाम 21.49 मीटर का नेशनल रिकॉर्ड है. तूर ने ये रिकॉर्ड इसी साल बनाया था, लेकिन आज क्वालिफिकेशन राउंड में वह इसके करीब भी नहीं पहुंच सके. उनका पहला प्रयास 19.99 मीटर का था और यही प्रयास आखिर में गिना गया, क्योंकि उनके अगले दोनों प्रयास फाउल रहे और इस तरह वह अपने ग्रुप में 13वें स्थान पर रहकर बाहर हो गए.