राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर आज से शुरू हो गया है। 15 मई तक चलने वाले इस चिंतन शिविर में लगातार चुनाव में हार और कांग्रेस नेताओं में असंतुष्टि को लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा देश के कई मुद्दों पर फोकस भी किया जाएगा। चिंतन शिविर की शुरुआत कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन से हुई। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार, 13 मई को अपने सम्बोधन में कहा कि यह सम्मेलन राष्ट्रीय समस्याओं और पार्टी के अपने मुद्दों दोनों पर विचार-विमर्श करने का समय हैं
“नव संकल्प चिंतन शिविर हमें भाजपा और आरएसएस और उनके सहयोगियों की नीतियों के कारण देश के सामने आने वाली कई चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर देता है। यह हमारे सामने कई कार्यों पर विचार-विमर्श करने का भी अवसर है। यह राष्ट्रीय मुद्दों के बारे में चिंतन है, और हमारे पार्टी संगठन के बारे में एक सार्थक ‘आत्मचिंतन’ है।”
काम करने का तरीका बदलना होगा- सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने पार्टी के लिए चिंता जताते हुए नेताओं को सम्बोधित किया और कहा की हमें काम करने का तरीका बदलना होगा। सोनिया ने कहा, ‘मैं पार्टी के लोगों से शिविर में खुलकर विचार व्यक्त करने का आग्रह करती हूं, लेकिन मजबूत पार्टी और एकता का एक संदेश देश में जाना चाहिए। हमें संगठन को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर रखना होगा, पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया है और यह चुकाने का समय है। संगठन में बदलाव समय की जरूरत है, हमें अपने काम करने के तरीके को बदलने की जरूरत है।’