बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 350 अंकों की तेजी, निफ्टी 12900 के करीब

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आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 350.09 अंक ऊपर 44232.34 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 95 अंकों की तेजी के साथ 12954 पर हुई। पिछले कारोबारी दिन सकारात्मक वैश्विक संकेतों के चलते शेयर बाजार बढ़त पर बंद हुआ था। सेंसेक्स 282.29 अंक ऊपर 43882.25 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 87.35 अंक की तेजी के साथ 12859.05 के स्तर पर बंद हुआ था।

सेंसेक्स की टॉप 10 में से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में पिछले हफ्ते कुल 1,07,160 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई। शुक्रवार को समाप्त कारोबारी सप्ताह में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक की बाजार हैसियत में भी कमी देखने को मिली। बीते हफ्ते मार्केट कैप के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। पिछले सप्ताह में BSE 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 439.25 अंक या 1.01 फीसद की बढ़त देखने को मिली।

आज के प्रमुख शेयरों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, रिलायंस और गेल की शुरुआत तेजी पर हुई। वहीं आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, कोल इंडिया और एसबीआई लाइफ के शेयर लाल निशान पर खुले।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने में अब तक भारतीय बाजारों में 49,553 करोड़ रुपये डाले हैं। उच्च तरलता की स्थिति तथा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों को लेकर असमंजस दूर होने के बाद वैश्विक संकेतक बेहतर हुए हैं, जिससे भारतीय बाजारों में एफपीआई का निवेश बढ़ा है। एफपीआई ने 3 से 20 नवंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 44,378 करोड़ रुपये तथा कर्ज या बांड बाजार में 5,175 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस तरह का उनका कुल निवेश 49,553 करोड़ रुपये रहा है।

अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपये डाले थे। ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि तरलता की स्थिति बेहतर रहने और वैश्विक संकेतकों में सुधार से एफपीआई का भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ा है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर असमंजस दूर होने के बाद एफपीआई निवेश बढ़ा रहे है।