रिकॉर्ड तोड़ तेजी के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स पहली बार 44 हजार के पार, निफ्टी नए शिखर पर पहुंचा

338

कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर आई बड़ी खबर के बाद भारतीय शेयर बाजार अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए है. BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 350 अंक उछलकर 44 हजार के पार पहुंच गया है. सेंसेक्स पहली बार 44 हजार के पार पहुंचा है. वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 100 अंक उछलकर 12871 के स्तर पर पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि शुरुआती 5 मिनट में ही निवेशकों ने 71 हजार करोड़ रुपये की कमाई की है. आने वाले दिनों में भी शेयर बाजार फिर से नए शिखर पर पहुंचता हुआ दिखा देगा.

मोदेर्ण ने कहा है कि उसकी कोरोना वैक्सीन 94.5 फीसदी कामयाब रही है. इससे पहले फाइजर ने भी अपनी वैक्सीन को 90 फीसदी प्रभावी बताया था. वैक्सीन पर अच्छी खबर और राहत पैकेज से बाजारों में जोश दिख रहा है. अमेरिकी बाजारों में जबरदस्त तेजी जारी है. भारत की बायोलॉजिकल E. ने भी ह्यूमन ट्रायल शुरू किया है. इस बीच ब्रेंट क्रूड में भी 3 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा है. अमेरिकी बाजारों मे तेजी का हाल ये है कि कल के कारोबार में Dow 471 अंक बढ़कर 29950 के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं, नैस्डेक 95 अंक बढ़कर 11924 रे स्तर पर बंद हुआ था.

आज एशियाई बाजारों में भी तेजी देखने को मिल रही है. जापान का बेंचमार्क इंडेक्स निक्केई में तेजी जारी है. वहीं, सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स 0.80 फीसदी की तेजी नजर आ रही है. हांगकांग का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स हैंगसैंग भी मजबूती के साथ 26,434 के स्तर पर नजर आ रहा है.

श्विक स्तर पर पूर्वानुमान लगाने वाली कंपनी ऑक्सफोर्ड इकानॉमिक्स की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति औसतन छह फीसदी से अधिक रहेगी और केंद्रीय बैंक दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों को यथावत रखेगा.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर में कोविड-19 से पूर्व के उच्चस्तर पर पहुंच गई है. ईंधन को छोड़कर अन्य श्रेणियों में दाम बढ़े हैं. चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति अपने अधिकतम स्तर पर होगी और 2021 में हमें इस पर अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत होगी.

अंडों तथा सब्जियों के दाम चढ़ने से अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति करीब साढ़े छह साल के उच्चस्तर 7.61 प्रतिशत पर पहुंच गई है. यह रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से कहीं अधिक है. सितंबर, 2020 में खुदरा मुद्रास्फीति 7.27 प्रतिशत पर थी.