वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी! ‘ओमिक्रॉन वैरिएंट से युवाओं को ज्यादा खतरा, कहर बरपाने के मामले में डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ सकता है यह नया वैरिएंट

334
deltacron
deltacron

दक्षिण अफ्रीका में पाया गया कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वेरिएंट कहर बरपाने के मामले में अधिक तेजी से फैलने वाले डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ सकता है. यह इस वेरिएंट की जगह ले सकता है. इस बात की जानकारी दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के संक्रामक रोग संस्थान के निदेशक ने दी है. ओमीक्रॉन वेरिएंट की जानकारी मिलते ही दुनियाभर में बीते दिनों उथल-पुथल तेज हो गई थी. शेयर मार्किट में गिरावट देखी गई, कुछ ही घंटों में कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका और उसके आसपास के देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिए.

इस बात की चिंता जताई जा रही है कि इसका संक्रमण वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी प्रभावित कर सकता है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने इसे लेकर हाई रिस्क की चेतावनी जारी की है. अब दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संक्रमाक रोग संस्थान (एनआईसीडी) के कार्यकारी निदेशक एडरेन प्यूरेन ने रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में बताया है, ‘हम ये सोच रहे थे कि डेल्टा को कौन मात देगा? यह हमेशा से ही एक सवाल बना रहा है, खासतौर पर इसके फैलने के मामले में… शायद यह वेरिएंट एक विशेष वेरिएंट है.’

अस्पतालों पर बढ़ सकता है दबाव
अगर आगे चलकर ये साबित होता है कि ओमीक्रॉन डेल्टा के मुकाबले अधिक तेजी से फैलता है, तो अस्पतालों पर दबाव बढ़ना तय है. ऐसा हो सकता है कि ओमीक्रॉन पर वैक्सीन या संक्रमण से रिकवर होने के बाद उत्पन्न हुई प्रतिरक्षा भी काम ना आए (Omicron Delta Variant). या फिर अन्य वेरिएंट की तुलना में इसके लक्षण ज्यादा गंभीर हों. दक्षिण अफ्रीका के कोविड-19 रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि ओमीक्रॉन में सूखी खांसी, बुखार और रात को पसीना आने सहित हल्के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने ठोस निष्कर्ष निकालने के प्रति आगाह किया है.

ओमीक्रॉन के कारण आ सकती है चौथी लहर
प्यूरेन ने बताया कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या ओमीक्रॉन दक्षिण अफ्रीका में डेल्टा की जगह ले रहा है, क्योंकि स्थानीय वैज्ञानिकों ने अब तक ओमीक्रॉन के केवल 87 सीक्वेंस किए हैं. लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, खासकर सबसे अधिक आबादी वाले गौतेंग प्रांत में. डेल्टा दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 (South Africa Coronavirus News) संक्रमण की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार था. तब जुलाई की शुरुआत में प्रति दिन 26,000 से अधिक मामले सामने आ रहे थे. वहीं अब ओमीक्रॉन से चौथी लहर शुरू होने की आशंका है. ऐसा इसलिए क्योंकि सोमवार को संक्रमण के 2,270 मामले मिले थे. यही संख्या सप्ताह के अंत तक 10,000 से अधिक हो गई.