रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज तीसरा दिन है. हिंसा तेजी से बढ़ रही है. राजधानी कीव (Kyiv) पर शुक्रवार को एक बार फिर हमला हुआ. सरकारी इमारतों के पास गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दे रही हैं. रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंका पैदा हो गई है. उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू कर दिए गए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से युद्ध को रोकने का आह्वान किया है.
उन्होंने कहा, यूक्रेन में मानवीय सहायता पहुंचा रहे कर्मियों के लिए यात्रा की स्वतंत्रता की गारंटी दी जानी चाहिए. युद्धों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को एकजुट होना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का कहना है कि रूसी सैनिकों को ‘अपने बैरकों में लौटने की जरूरत’ है. वहीं मामले में अमेरिका ने कहा कि यूक्रेन के सैनिकों के सामूहिक आत्मसमर्पण की बात बोलकर, रूस प्रोपेगैंडा कैंपेन शुरू कर रहा है. उसने कहा कि रूस ने आत्मसमर्पण करने से इनकार करने वाले यूक्रेनी सैनिकों के परिवारों को मारने की धमकी देने की योजना बनाई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी युद्धपोतों ने काला सागर में ओडेसा बंदरगाह के पास एक मोल्दोवा के झंडे वाले रासायनिक टैंकर और एक पनामा के झंडे वाले मालवाहक जहाज पर उस वक्त गोलाबारी की, जब वो अनाज को लोड करने का काम कर रहे थे. यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूसी सेना कीव पर मिसाइलों से हमला कर रही है. रूसी सेना ने कीव के दक्षिण में फिलकेव में पैराशूट लैंडिंग की है.
दुनियाभर के लोगों में रूस को लेकर भारी गुस्सा है. यूक्रेन की बातचीत की तमाम पेशकशों को दरकिनार करते हुए उसने युद्ध का रास्ता चुना. अभी तक यूक्रेन में सैकड़ों आम नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं. यहां अफरा-तफरी का माहौल है. इसके खिलाफ दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने के लिए न्यूयॉर्क शहर के टाइम्स स्क्वायर में विरोध प्रदर्शन हुआ है. ब्रिटिश कोलंबिया की शराब की दुकान की अलमारियों से रूसी वोदका को हटा दिया गया है.