रूस के मास्को में 12-17 उम्र के किशोरों के बीच शुरू हुआ स्पूतनिक-वी का परीक्षण

233

मास्को में 12-17 साल की उम्र के किशोरों के बीच कोरोना की स्पूतनिक-वी वैक्सीन का चिकित्सीय परीक्षण शुरू किया गया। उप महापौर अनास्तासिया राकोवा ने सोमवार को बताया, इस परीक्षण के लिए 100 स्वयंसेवकों का चयन किया गया है, जिन्हें पहले कोरोना संक्रमण नहीं हुआ है और वे पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।

उप महापौर अनास्तासिया राकोवा ने बताया, किशोरों को आमतौर पर वयस्कों के लिए दी जाने वाली खुराक की तुलना में स्पूतनिक-वी की छोटी खुराक मिलेगी। रूस कोरोना वायरस संक्रमण में तेजी से उछाल आने के बाद यह नया परीक्षण शुरू किया गया है।

बता दें कि रूस की राजधानी मॉस्को में मई में कोरोना वायरस के नए मामलों में तेजी देखने को मिली थी। वहीं, अब यहां कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने की खबरों ने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के इस वेरिएंट को ‘मॉस्को स्ट्रेन’ कहा जा रहा है। रूसी राजधानी में चंद हफ्तों में मरीज तीन गुना हो गए हैं। इसलिए कई पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। वहीं, स्पूतनिक वी वैक्सीन के निर्माता इस कोरोना स्ट्रेन के खिलाफ टीके की प्रभाविता का पता लगाने के काम में जुट गए हैं।